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172/पाण्डुलिपि-विज्ञान पत्र-चिट्ठी पत्री :
यों तो सभी व्यक्तियों की लिखी चिट्ठी-पत्री को पाण्डुलिपि या हस्तलेख माना जा सकता है, पर पाण्डुलिपिकारों की दृष्टि से किसी न किसी ऐतिहासिक महत्त्व की चिट्ठीपत्री को ही पाण्डुलिप्यागारों में स्थान दिया जा सकता है ये पत्र कई प्रकार के हो सकते हैं, यथा,
राजकीय व्यवहार के पत्र : ये पत्र परस्पर राजकीय उद्देश्य से लिखे जाते हैं । इनसे तत्कालीन राजकीय दृष्टि और मनोवृत्ति पर प्रभाव पड़ता है, और ऐतिहासिक घटनाओं का भी इनमें उल्लेख रह सकता है, तथा ये स्वयं किन्हीं राजकीय घटनाओं का कारण बन सकते हैं। -: राजकीय व्यक्तियों के निजी और घरेलू पत्रा इन पत्रों से उन व्यक्तियों की निजी और स्वयं तथा नाते-रिश्ते सम्बन्धी वार्ता पर प्रकाशः पड़ता है। कभी-कभी ये राजकीय घटनाओं की महत्त्वपूर्ण पृष्ठभूमि या भूमिका भी प्रस्तुत कर सकते हैं। इन पत्रों का एक वर्ग अपनी पत्नी या प्रेमिका को लिखे गये या उनसे मिले पत्रों का भी हो सकता है। इनमें एक वर्ग उन पथों का हो सकता है जिनसे घरेलू समस्याओं पर प्रकाश पड़ता हो ।
निम्नलिखित प्रकार के पत्र भी संग्रहणीय हो सकते हैं :साहित्यकारों-कलाकारों के पत्र बड़ी-बड़ी फर्मों के पत्र सफल व्यापारियों के व्यावसायिक पत्र सफल व्यापारियों के निजी पत्र राजनेताओं तथा अन्य महान् प्रात्माओं के पत्र, सार्वजनिक व निजी
इसी प्रकार अन्य कोटि के महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक-पत्र भी पाण्डुलिपि की कोटि में रखे जा सकते हैं। कुछ अद्भुत लेख :
कौशल दिखाने के लिए ऐसे लेख भी लिखे गये हैं जो सीप, हाथीदांत, चावल तथा अन्य ऐसे ही पदार्थों पर हों । वस्तुतः ये 'अद्भुतालय' (Museum) में रखने की वस्तुएँ हैं। पर पाण्डुलिपि के क्षेत्र में तो परिगणनीय हैं ही।
मिट्टी, चीनी या धातुओं के विविध पत्रों पर अंकित कोई लेख, जो छोटा या 2-4 अक्षरों का ही क्यों न हो, पाण्डुलिपि माना जायेगां ।
इसी प्रकार विविध सिक्के भी जिन पर काई अभिप्राय या लेख या वृत्त (Legend) अंकित हैं, पाण्डुलिपि हैं।
मिट्टी के खिलौने या साँचे भी जिनमें कोई वृत्त अंकित हो, पांडुलिपि है ।
पत्थर, धातु या अन्य प्रकार की वे मूर्तियां जिन पर लेख है, पांडुलिपि मानी जायेंगे।
ऐसे ही वस्त्राभूषण, अंगूठियाँ, पर्दे, पट-कथा के पट, जिन पर लिपि में कुछ हो ।
इस प्रकार हम देखते हैं कि किसी भी प्रकार के 'लिप्यासन' (लिपि का पासन) पर लिपि-रचना पांडुलिपि की कोटि में आयेगी।
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