SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 73
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir C + 4 धर्म | परिणामी खलु जीवो मुहादिजोगातो होइ णेयव्यो । गतीणच्चपक्खे अणिवपक्खे य सोऽजुत्तो ॥ १९४ ॥ एगसहावो नित्य पक्ष संग्रहणी दिणिच्चो स जइ सुही णिच्चमेव तब्भावो । पावइ तस्स अह दुही दुहभावो दिस्सए चुभयं ।। १९५ ॥ उभयसहावोत्ति खण्डनम् मती जुगवं वेदेज्ज दोवि सुहदुक्खे । कमवेदगस्सभावोणिच्चत्तं पावती अवसं ॥१९६ ॥ वेदेइ जया स सुहं न तदा दुहवेदगस्सभावो से । तन्निवित्तीएँ तोणिच्चो सो जं तओऽणण्णो ।। १९७ ।। अह णो तस्स निवित्ती, कह ण दुक्खी ? जहा सुही. को वा । उभयसहावत्ते सइ हंदि विसेसो स जेण सुही ? ॥ १९८ ॥ अस्थि विसेसो जम्हा स सुही सहकारिकारणं पप्प । होइ सयचंदणादी विससत्थादी य दुक्खिति ।। १९९ ।। ण य तेसि सण्णिहाणं जुगवं नो तेण होंति सुहदुक्खा । इय उभयसन्निहाणे पावइ नणु उभयभावोऽवि ।। २००॥ सहकारिकारणं से कि उवगारं करेइ किं वा णो ? । जं पप्प होइ स सुही दुहावि दोसा अणेगविहा ॥२०१।। जइ कुणइ हत तत्तो भिन्नमाभिन्न व तं करेज्जत्ति । भिमेण तेण जोगो होइ अणिच्चो अभिन्नम्मि ॥२०२।। जइ भिन्नो उवगारो जातो तत्तो किमागयं तस्स? । तत्तो पुणोवि तम्मि भिन्ने दोसोऽणवत्था उ ॥ २०३ ॥ अभिन्नम्मि अणिच्चो पावइ जीवो तहा य तकरणे । पुवातो अन्नो च्चिय भिन्नसहावो कतो होति ? ॥ २०४ ।। अह णो कुणतुवगारं तं. किं तेणं ?. तदनभावे य । किं ण तओ होइ सही?. णो अन्नं तस्सहावं चे?॥ २०५ ।। नण जंकणउवगारं सहावभेदोऽवि तरंगतो जुत्तो।* भणिओ विवरीयस्स तु णिरत्थगो सो मुणेयब्बो ।। २०६ ॥ जह खग्गसरिसवाणं अणुम्मि छदं पडुच्च निच्चम्मि । तहवि तओ अस्थि मतो अत्थि फलं पति स तुल्लो उ ।। २०७ ।। अह तस्सेव सहावो एसोऽणुवगारिणंपि संपप्प । सहकारिकारणं जं होइ सुही ॥ १॥ अहव दुक्खित्ति।२०८॥ पत्ताम्म सो सहावो किमवेति णवत्ति चरमपक्खाम्मि । पुन्यसहावत्ता सो ण सुही पुब्धिव पच्छावि !।२०९॥ + For Private and Personal Use Only
SR No.020535
Book TitlePanchashak Mulam
Original Sutra AuthorHaribhadrasuri
Author
PublisherRushabhdev Kesarimal Jain Shwetambar Sanstha
Publication Year1928
Total Pages372
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size17 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy