SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 316
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 25% श्रीचन्द्र | कंडग उवरिं आउकस्सं नए एवं ॥ ४८५ ॥ उकोसाणं कंडं अणन्तगुणणाए तभए पच्छा । उवधायमाइयाणं इयराणुकोसगाहिंतोकाअनुभाग र्षिकृते ॥४८६ ।। अस्सायजहण्णठिइठाणेहिं तुल्लयाई सब्वाणं । आपडिवक्खक्कंतगठिईण ठाणाई हीणाई ॥ ४८७ ॥ ततो अणंतगुणपञ्चसंग्रहे |णाए जति कंडस्स संखिया भागा | तत्तो अणंतगुणिय जहण्णठिति उकसं ठाणं ।। ४८८ ।। एवं उकस्साणं अर्णतगुणणाए कंडगे कर्मप्रकृतीत वयइ । एकं जहण्णठाणं जाइ परक्कंतठाणाणं ॥ ४८९ ।। उवरि उवघायसमं सायस्सपि नवरि उक्कसठिईओ। अंतसुवधायसम मझे ॥३१२॥ नीयस्स सायसमं ॥ ४९० ॥ संजयबायरसुहुमग पज्जअपज्जाण हीणमुकोसो । एवं विगलाऽसभिसु संजयउक्कोसगो बन्धो ॥ ४९१ ॥ देसदुगविरय चउरो सणीपंचन्दियस्स चउरो य । संखेज्जगुणा कमसो संजयउकोसगाहिंतो ॥ ४९२ ॥ थोवा जहन्नबाहा उक्कोसाबाहठाण कंडाणि । उक्कोसिया अबाहा नाणपएसन्तरा तत्तो ।। ४९३ ॥ एगं पएसविवरं आबाहाकण्डगस्स ठाणाणि । हीणठिई ठिइठाणा उकोसठिई तओ अहिया ॥ ४९४ ।। आउसु जहनवाहा जहन्नबन्धो अबाह ठाणाणि । उकोसबाह| णाणतराणि एगन्तरं तत्तो ॥ ४९५॥ ठितिबन्धट्ठाणाई उक्कोसठिई तओवि अब्भहिआ। सण्णिसु अप्पाबहुयं दसट्ठभेयं इमं भणिय ।। ४९६ ॥ ठिइठाणे ठिइठाणे अज्झवसाया असंखलोगसमा। कमसो विसेसअहिया सत्तण्हाउस्सऽसंखगुणा ॥ ४९७ ॥ पल्लासंखसमाओ गन्तूण ठिईइ होंति ते दुगुणा । सत्तण्हज्ज्झवसाया गुणगाग ते असंखज्जा ॥४९८॥ ठितिदीहयाए कमसो | असंखगुणणाए होंति पगईणं । अज्झवसाया आउगनामट्ठगदुविहमाहाणं ॥ ४९९ ॥ सव्वजहन्नस्स रसो अणंतगुणिओ य तस्स ॥३१२॥ उकोसो। ठितिबन्धे ठिइबन्धे अज्झवसाओ जहाकमसो ॥ ५०० ॥ धुवपगडी बन्धंता चउठाणाई सुभाण इयराण । दो ठाणगाइ तिविहं सट्ठाणजहन्नगाईसु ॥ ५०१॥ चउदुट्ठाणाइ सुभासुभाण बन्धे जहन्नधुवठिईसु । थोवा विसेसअहिया पुहुत्तपरओ विसेसूणा CRECOREAM S5644 For Private and Personal Use Only
SR No.020535
Book TitlePanchashak Mulam
Original Sutra AuthorHaribhadrasuri
Author
PublisherRushabhdev Kesarimal Jain Shwetambar Sanstha
Publication Year1928
Total Pages372
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size17 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy