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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir आलेप 210 आलोककर आलेप प..आ+लिप से व्य. [आलेप] मलहम. घावों या व्रणों को भरने वाला तरल लेप, उपचारक औषधि के रूप में प्रयुक्त मलहम, तेल या मलहम आदि से मालिश - पं द्वि. वि., ए. व. - सीसच्छविं सिबित्वा आलेप अदासि. महाव. 363; - पेन तृ. वि., ए. व. - जीवको ... भगन्दलाबाधं एकेनेव आलेपेन अपकडि, महाव. 361; स. उ. प. के रूप में अगदा., गन्धा., वणा. के अन्त. आलेपन नपुं., आ + लिप से व्यु., क्रि. ना. [आलेपन]. व्रण अथवा घाव पर मलहम लगाना, लेप करना, अभ्यंजन, तेल या मलहम आदि का लेप अथवा मालिश, स. पू. प. के रूप में - रुहन न, औषधि या मलहम का लेप लगाने से घाव या व्रण का भर जाना - ने सप्त. वि., ए. व. - वण्णस्स आलेपनरूहने यथा, विसुद्धि. 1.42; आलेपनरूहने यथाति भेसज्जलेपनेन वणस्स रूहने विय, विसुद्धि. महाटी. 1.69; स. उ. प. के रूप में मुखा., वणा., सीसा. के अन्त. द्रष्ट.. आलेपित त्रि., आ + vलिप का भू. क. कृ. [आदीपित], जलाया गया, दग्ध किया हुआ, आग पकड़ाया हुआ - तो पु., प्र. वि., ए. व. - कुम्भकारपाको आलेपितो पठमधूमेति संधूमेति सम्पधूमेति, अ. नि. 2(2).238. आलोक 1. पु.. [आलोक], शा. अ., प्रकाश, देखना, दिन का उजाला, सूर्य का प्रकाश, चमकदमक – अथोभासो पकासो चालोकोज्जोतातपा समा, अभि. प. 37; आलोकयति एतेनाति आलोको, अभि. प. 37 पर सूची; दिट्ठोभासासेसु आलोको, अभि. प. 1043; दस्सने ओभासे चाति द्विसु अत्थेसु, अभि. प. 1043 पर सूची; आलोकोति रश्मि, आलोकेन्ति एतेन भुसो पस्सन्ति, जना, चक्खुविआणं वाति आलोको, सद्द. 2.520; - को प्र. वि., ए. व. - अन्धकारो गुहाय अन्तरधायि, आलोको उदपादि, दी. नि. 2.198; आलोको उदपादीति यो पकतिया गुहाय अन्धकारो, सो अन्तरहितो, दी. नि. अट्ट, 2.267; - कं द्वि. वि., ए. व. - ... सक्का सदेवके लोके अन्धकारं विधमित्वा आलोकं दस्सेतु न्ति, मि. प. 286; ते तं दिवसं आलोकं ओलोकत्वा .... स. नि. अट्ठ. 1.125; - केहि तृ. वि., ब. व. - नेकदीपसहस्सानं आलोकेहि, चू, वं. 74.219; - के सप्त. वि., ए. व. - उदपत्तो अच्छो विप्पसन्नो अनाविलो आलोके निक्खित्तो, अ. नि. 2(1).217; ला. अ. 1 बुद्धों, अर्हतों तथा देवों के शरीर से बाहर निकलने वाली लौकिक आभा या तेज-पुंज, आभा मण्डल, अलौकिक प्रभा, इन महासत्त्वों के जन्म एवं निर्वाण के समय प्रकट होने वाला प्रकाश अथवा इनके प्रादुर्भाव एवं अन्तर्धान के पूर्वनिमित्त के रूप में उत्पन्न प्रकाश - को प्र. वि., ए. व. - यथा निमित्ता दिस्सन्ति आलोको सञ्जायति ... ब्रह्मा पातभविस्सति, ब्रह्मनो हेतं पुब्बनिमित्तं पातुभावाय, यदिदं आलोको सञ्जायति, दी. नि. 1.201; - कं द्वि. वि., ए. व. - ब्रह्मा नाम महानुभावो एकङ्कुलिया एकस्मिं चक्कवाळसहस्से आलोकं फरति, स. नि. अट्ठ. 1.179; तं आलोकं दिस्वा "येन सूरियो अत्थञ्चेव गमितो... एस सो पुरिसो इदानि आलोक कत्वा ठितो, अहो अच्छरियपुरिसोति ..., अ. नि. अट्ट. 2.204; - केन तृ. वि., ए. व. - ये... भिक्खू विकाले आगच्छन्ति तेसम्पि तेजोधातुं समापज्जित्वा तेनेव आलोकेन सेनासनं पञपेति ...., अङ्गुलिया जलमानाय पुरतो पुरतो गच्छति, तेपि तेनेव आलोकेन ... पिडितो गच्छन्ति, चूळव. 178; यतो च ... तथागतो लोके उप्पज्जति ... अथ महतो आलोकस्स पातुभावो होति महतो ओभासस्स, स. नि. 3(2).505; ला. अ., 2. आन्तरिक ज्ञान ज्योति, प्रज्ञा का प्रकाश, लोक के प्रकाशभूत बुद्ध, सम्यक् दृष्टि का प्रकाश, सत्य-विषयक ज्ञान का प्रकाश, ज्ञान, प्रज्ञा, विद्या - दिडोभासेसु आलोको, बुद्धो तु पण्डिते जिने, अभि. प. 1043; - को प्र. वि., ए. व. - पुब्बे अननुस्सुतेसु धम्मेस चक्टुं उदपादि, आणं..., पञ्जा ..., विज्जा ..., आलोको उदपादि, महाव. 14; उदपादीति ... ओभासद्वेन च आलोकोति वृत्ता उदपादि, दी. नि. अट्ठ. 2.46; ओभासनतुन आलोकोति वुत्तं, स. नि. अट्ठ. 2.19; आलोकनटेन पञआव आलोको पञाआलोको, पटि. म. अट्ठ. 1.310; - कं द्वि. वि., ए. व. - आलोक दस्सेताति पालोक दस्सनसीलो, पालोकस्स दस्सेताति वा अत्थो, पटि. म. अट्ठ. 2.14; आलोक वड्डत्वा दिब्बचक्खुना ओलोकेन्तो..., म. नि. अट्ट. (मू.प.) 1(1).350; 2. त्रि०, प्रकाश से भरा हुआ, सुस्पष्ट - का स्त्री, प्र. वि., ए. व. - अयं सा आलोका होति विवटा परिसुद्धा परियोदाता, विभ. 284. आलोककर त्रि., [आलोककर, प्रकाश प्रदान करने वाला, प्रभा उत्पन्न करने वाला, अन्धकार-नाशक - रो पु., प्र. वि., ए. व. - पभङ्करोति पभङ्करो आलोककरो... पज्जोतकरोति. चूळनि. 193; आलोककरोति अनन्धकारकरो, चूळनि. अट्ठ. 78; - रा ब. व. - एवरूपा च ते, भिक्खवे, भिक्खू ... आलोककरातिपि वच्चन्ति.... इतिवु. 76-77; सपरसन्तानेसु For Private and Personal Use Only
SR No.020529
Book TitlePali Hindi Shabdakosh Part 01 Khand 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRavindra Panth and Others
PublisherNav Nalanda Mahavihar
Publication Year2009
Total Pages402
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size10 MB
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