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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अनागु 209 अनाचिण्ण उत्पत्ति - वुढानन्ति अनागामिस्स अनागामिफलप्पत्तिया, होतीति, महानि. अट्ठ. 359; अत्तना वा अनाचरियको हुत्वा विसुद्धि. 2.349; - फलूपनिस्सय पु., तत्पु. स., अनागामी ..... खु. पा. अट्ठ. 153; सयम्भू महाराज, तथागतो फल प्राप्त करने की योग्यता, अनागामीफल प्राप्त करने का अनाचरियको, मि. प. 222; ख. ला. अ. बाहरी कर्म-काण्ड शुभ चिह्न - ... सत्था ... मागण्डियब्राह्मणस्स सपजापतिकस्स के आचरणों से मुक्त, आचार-विचार के जटिल विधिअनागामिफलूपनिस्सयं दिस्वा .... ध प. अट्ठ. 1.115; - विधानों से रहित - अनन्तेवासिकमिदं, भिक्खवे, ब्रह्मचरियं भाव पु., भाव. [अनागामिता], अनागामीफल की प्राप्ति की वस्सति अनाचरियक, स. नि. 2(2).139; अनाचरियकन्ति अवस्था -- ... तस्मिं वा सति अनागामिभावो पटिकसोति आचरणकिलेसविरहितं, स. नि. अट्ठ. 3.46-47. दस्सेति, सु. नि. अट्ठ. 2.200; अनागामिताति अनागामिभावो, अनाचरियकुल नपुं., तत्पु. स., आचार्य से भिन्न अन्य म. नि. अट्ठ. (मू.प.) 1.311; - मग्ग पु.. तत्पु. स., व्यक्ति का घर या कुल - अनाचेरकुले वसन्ति आचरियकुलेपि अनागामीफल की प्राप्ति का मार्ग अथवा आर्यमार्ग के चार अवसमानो, आचारसिक्खापकं कञ्चि निस्साय अवसितत्ताति चरणों का तीसरा चरण - अनागामिमग्गं भावेन्तोपि .... अत्थो, जा. अट्ठ. 1.418. महानि. 6; कामरागपटिघसंयोजनानि अनागामिमग्गेन अनाचरियुपज्झाय त्रि., ब. स., आचार्य एवं उपाध्याय से पहीयन्ति, ध. स. अट्ट, 401; - मग्गचित्त नपुं., तत्पु. स. रहित व्यक्ति या भिक्षु - अनाचरियपज्झायो, वने वासं उपेमहं [मार्गचित्त], भूमि के आधार पर विभाजित लोकोत्तर-भूमि के अप. 2.78. चार प्रकार के मार्गचित्तों में से तृतीय मार्गचित्त - अनाचार' त्रि., आचार का निषे., ब. स. [अनाचार], अनैतिक, सोतापत्तिमरगचित्त ... अनागामिमग्गचित्तं, अपवित्र, पापी, बुद्धशासनप्रदूषक, बुद्ध-शासन को दूषित अरहत्तमग्गचित्तञ्चेति इमानि चत्तारिपि लोकुत्तरमग्गचित्तानि करने वाला - अप्पस्सुतो खो पन अयमायस्मा अनाचारो, नाम, अभि. ध. स.6; पटिसन्धिवसेन इमं कामधातुं न अ. नि. 3(2).133; 136; भिक्खं भिन्नाजीवं अनाचारं पापमित्तं आगच्छतीति अनागामी, तस्स मग्गो अनागामिमग्गो, तेन दुस्सीलं कुसीतं हीनवीरियं कसला बोधिपक्खिया धम्मा सम्पयुत्तं चित्तं अनागामिमग्गचित्तं, अभि. ध. वि. टी. 95; - आपातं न उपेन्ति, मि. प. 276. सुख नपुं., तत्पु. स., अनागामीफलस्थ पुद्गल द्वारा अनाचार- पु.. निषे., तत्पु. स. [अनाचार], दुराचार, पापकर्म, संवेद्यमान सुख - नेक्खम्मसुखन्ति अनागामिसुखं, ध. प. दुष्कर्म - अनाचारं आचरति, महाव. 63; कथञ्हि नाम अट्ठ. 2.230. सामणेरा एवरूपं अनाचारं आचरिस्सन्तीति, महाव. 99; अनागु त्रि., आगु का निषे. [अनागस्], दोषरहित, निर्दोष, अनाचारं आचरतीति अनेकप्पकारं कायवचीद्वारवीतिक्कम निरपराध, निष्पाप - अनागु झायामि असोचमानो, स. नि. करोति, पारा. अट्ठ. 2.178; दुविधो हि अनाचारो कायिको 1(1).144. वाचसिको च, विसुद्धि 1.18; सब्बम्पि दुस्सील्यं अनाचारो, अनाघात त्रि., आघात का निषे.. ब. स. [अनाघात]. विसुद्धि 1.17; - क त्रि., निषे०, ब. स. [अनाचारक], प्रतिहिंसा-रहित, आघातविरहित, द्वेषरहित, व्यापादरहित आचारविहीन, चरित्रविहीन, बुरे आचरण वाला- अयं पुग्गलो परविनाशचिन्तारहित, विहिंसामुक्त मैत्रीचित्त वाला - मेत्तं अप्पटिपन्नको अनाचारको, म. नि. अट्ठ. (उप.प.) 3.671; नु खो मे चित्तं पच्चुपट्टितं सब्रह्मचारीसु अनाघातं. अ. -किरिया स्त्री., [अनाचारक्रिया], दुराचारकर्म, पापकर्म, नि. 3(2).66; चूळव. 409-410; अनाघातन्ति अशोभनकर्म - तं इत्थिं दिस्वा तस्सा अनाचारकिरियं .... आघातविरहितं, विक्खम्भनेन विहताघातन्ति अत्थो, अ. नि. ध. प. अट्ट, 1.359. अट्ठ. 3.309. अनाचिक्खित त्रि., आचिक्खित का निषे. [अनाख्यात], अनाचरियक त्रि.. आचरियक का निषे., ब. स. [अनाचार्यक]. अकथित, अनुल्लिखित, ध्यान में नहीं आया हुआ, न कहा क. शा.अ. आचार्य से रहित, किसी आचार्य पर निर्भर न हुआ - तस्मा अनाचिक्खितो भगवता, मि. प. 121; एत्तकं रहने वाला, अपना मार्गदर्शन स्वयं प्राप्त करने वाला, एत्थ निक्खित्तन्ति अनाचिक्खितं. पे. व. अट्ठ. 176. स्वयंभू बुद्ध - बुद्धोति यो सो भगवा सयम्भू अनाचरियको. अनाचिण्ण त्रि., आचिण्ण का निषे. [अनाचीर्ण], आचरण में .., महानि. 344; अनाचरियकोति सयम्भूपदस्स अत्थविवरणं, न उतारा गया, व्यवहार में न लाया गया, अप्रयुक्त, अव्यवहृत यो हि आचरियं विना सच्चानि पटिविज्झति, सो सयम्भू नाम - अनाचिण्णं तथागतेन, महाव. 476; चूळव. 195. For Private and Personal Use Only
SR No.020528
Book TitlePali Hindi Shabdakosh Part 01 Khand 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRavindra Panth and Others
PublisherNav Nalanda Mahavihar
Publication Year2007
Total Pages761
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size29 MB
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