________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
निरयावलियासु
न्तेउरघरप्पवैसा चाउद्दसमुद्दिष्टपुण्णमासिणीसु पडिपुण्णं पोसह सम्म अणुपालेभाणा समणे निग्गंथे फासुरसणिज्जेणं असणपाणखाइमसाइमेणं पीढफलगसेज्जासंथारेण
वस्थपडिग्गहकंबलपायपुस्छणेणं ओसहमेसजेणं पडि. 5 लामेमाणा पडिलामेमाणा बहूहि सीलव्वयगुणवेरमणप
चक्खाणपोसहोववासेहि य अप्पाणं भावमाणा विहरइ ।।
66.9. दुवालसजोयणांयामा [जाव] पच्चक्खं देवलोयभूया. The full passage runs as follows:
दुवालसजोयणायामा धणवइमइनिम्मिया चामीयरपव10 रपागारनाणामणिपञ्चवण्णकविसीलगलोहिया अलयापुरिसंकासा पमुइयपक्कीलिया पच्चक्खं देवलोयभूया ।।
67.2.सम्बोउयपुष्फ [जाव दरिसणिज्जे. The full passage runs as follows:
सव्वोउयपुप्फलसमिद्धे रम्मे नन्दणवणप्पगासे पासा15 दीए ४॥
68. 17. अप्पेगइया हयगया [ जाव ] पुरिसवग्गुरापरिक्सित्ता. The full passage would run as follows:
अप्पेगइया हयगया गयगया पायचारविहारेणं धन्दाधन्दएहिं पुरिसवग्गुरापरिक्खिस्ता ॥ 20 69. 24. सद्द [जाव]. The full passage runs as follows:
सहफरिसरसरूवगन्धे पञ्चविहे माणुस्सगे काममोए भुञ्जमाणे विहरद ॥
For Private and Personal Use Only