________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir नदीभा० * प्रधामकरसी तिवारे एकरानाने पुरुषेहाथी प्रणाविमोते हाथी नावामांचि घाल्यो जेतलेना वा बुडी तेतली तकलिख कादीहाथीउतारी नेपाषाणादक TE घाली तोल्यो सब निरत करी राजा प्रति निवेदिओ राजा बुवयवंत जाणीने प्रधान कौधो ए 34 कथा: घण जे कोइ एक भांड राजाने समीप वर्ती के ने एक दारा जाए एसी वात कोधी जे माहरी स्त्रोने वाउसरे नही तदा भाड वोल्य स्वामी ते धूर्त के राजा बोल्योस्या भगी भांड कह्यो हो स्वामि यदा कालिं तुम्हारे पासे वा उसरे तदा कालिं तुम्हारानाक पासे पुष्यादिक सुशन्ध राखे तदा जाण ज्यो जे एकाउसरे के ते एकदा राजा पासिं वर्तता वा उसरणनीयेला पुष्पादिक सुगधना सिका सभोपिं कौधो तदा राजा हस्य राणी बोलीकांदू राजा भांडनी वातहुती ते सर्व कही ते रागी रीमाणी भासने दमोबटदिधोतदा भाषा सडाना मोट बांधी रागी तीरे धावियो ते राणी पख्योस्य रे भांड ते भणी भीतो बोल्य ' देवी रमने तुम्हे देसोटो दीधो के से माटे जाउकुतेएषा सडा फाटस्य जालगेदे मांतरी देवीनी कीर्ति करस्य तेराणी इम नाण्यो ए मुझने जविगोवतो फिरस्य पछे तेह राणी राखीयो ए युवा भांडनी जाणवी३५ कथा गोल० कोई एक बालक नामाकमध्ये लावनी गोली पईठो तिबारे माता पिता चार्ति करवा वसा गाने मोवारने देखाडीते सो नारेलोहनी सिलाडू तपावीगीलीने अडावीतेगोलीत पीवलीढीलीडइसिला ईखो सौताढी थई पल ते खांची काढी ए सोनारनी बुद्धि 36 कथा मे० राजा एक सरोबर मध्ये थंभ रोपाविमो नगरने विधे पहाव जाग्यो * एक पुरुषे पडहछिव्य, ए राजानो काका यडो कर एवो जागी कांठ सोलोरोपियो तिहां दोरडानो छेकडो वांथो पछे सरोवरपा खतीदोरडीलीधो फिस्यो ने खोलातीरे आयो तेणेसरडका पासोवांध्योदारडुवांचियोस्थ भवंधाणो राजा येवुयवंत जाणीप्रधानस्याप्योए३७ खुडग०कोइएक नगरनेविषेएक 繼器器型米諾諾諾諾器器器带業张紫米器器器 ENMENHHHHHHHHHEMENKEWEEMEHEEEEE For Private and Personal Use Only