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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 175 नंदी भाषा देवताजघन्य 25 योजन उत्कृष्टा संखयाता दीपसमुद्र लगे देख जोतिषी जपन्यपणि संख्याता दीप समुद्र देखें उत्कृष्टोपणि संखधाता दीपसमुद्र देखे सोहम्म ईसाण देवलोकना देवता जघन्य आंगुलनो असंघातमो भागदेचे ते पाछिलो लीयो मावे के एतला माटे तेजे पाछिला भवनो अवविज्ञान अपर्यापती बेलाई होई ते माटेपछे भवप्रत्ययहोई उत्कृष्टो देखेतो बौछोतोपसंख्यातादीप समुद्रालगे देखेतेइमजेउंचोदेखे तोध्वजालगेदेखे नीचो देखेतो रत्नप्रभाटवबीनो हेठोलाचामांत लगे देखे बीछो जघन्य संख्यातादीपसमुद्र देखें उत्कृष्टामसंखयाता दीपसमुद्रदेख बीजा चउथा देवलोकना देवता उचो आपगी ध्वजा लगे देखे नीचो देखे तो वौजी नरकना हेठला चांत लगे देखे बौछा असंख्याता दीपसमुद्र देख पांचमा छट्ठा देवलोकना देवता 'चो आपणी धजा लगे देखे नीचो बीजी नरकना तलालगे देखे बौका असंख्या सातमा, पाठमादेवलोकना देवताउचो पापणी धजा लगे नीचो चउथी नरकना चर्मान्त तला लगे देखें उपरला च्यारि देवलोकना देवता उचो आपणी ध्वजा लगे नीचो पांचमी नरकावासानातला लगे देख * हेठला 6 ग्रेवेयकना दवता उचो धजा लगे नीचो छट्ठी नरकना तला लगे देखे ऊपरिला त्रिण अवेयकना देवता उचो धजा लगे नीचो सातमी नर गना हेठला तला लगे देखें पांच अनुत्तर विमानना देवता उचो धजा लगे देखें नीचे किंचित् मात्र ऊगो लोकनाल देखनौका सर्वदेवलोकना * देवता असंख्याता दीपसमुद्र देव एह अवधिज्ञान देवता नारकीने देख वा आधी कह्यो दिवे अवधिज्ञानना आकार लिखीये के नारकीने अवधि ग्यान बापाने पाकारे ऊपजे 1 अमर कुमार ने भवन पतीने अवधिम्यान पालने पाकारे 22 व्यंतरनो अवधिम्यांन पडहा नो पाकार छे३ जोति पी याने झालरीने पाकार के 4 कल्पविमानिकने 12 देवलोक सदंग आकार के एक पासे मांकडो 5 ग्रेयेकनो अवधि पुफचंगेरीने पाकार के पांच अनुत्तर विमानना किम देखे ते जिम तरुणी स्त्रीना कांचुकने आकारछे 7 मनुष्य तिर्यचनो अवधिज्ञाननाना प्रकार सहाणके ते जे सर्वस सार मांधि 米諾諾諾諾諾张素养器装器器装業諾器能器带张张类謝 港养業蒸器器業業業要點影業業器叢叢养凝器灘兼器: For Private and Personal Use Only
SR No.020495
Book TitleNandi Sutra Tika
Original Sutra AuthorN/A
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Publication Year
Total Pages512
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size14 MB
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