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मुंबई के जैन मन्दिर
(४३३) श्री आदिनाथ भगवान गृह मन्दिर ___ मानसरोवर बिल्डींग १०, ग्राउण्ड फ्लोर, वरालदेवी रोड, धामणकर नाका,
भीवण्डी. जि. - थाणा (महाराष्ट्र). टेलिफोन - २०८९९६२, २०६८३१९ (ओ.) ९१३-५५३७९ - मनसुखभाई दोढिया
विशेष :- परम पूज्य आ. श्री भुवनभानुसूरीश्वरजी म. समुदाय के आ. श्री विजय विजय हेमरत्नसूरीश्वरजी म. आदि मुनि भगवंतो की पावन निश्रा में वि. सं. २०५३ का जेठ, सुदि १, शुक्रवार, ता. ६-६-१९९७ को चल प्रतिष्ठा हुई थी
इस जिनालय का निर्माण ‘छाबरा बिल्डर्स वालोने किया हैं । यहाँ पाषाण की, श्री आदिनाथ प्रभु तथा आजूबाजू में श्री वर्धमान स्वामी, श्री धर्मनाथ प्रभु की ३ प्रतिमाजी बिराजमान हैं।
(४३४) श्री मुनिसुव्रत स्वामी भगवान गृह मन्दिर पुनित सागर कॉम्पलेक्ष, सिटीजन होटेल के बाजू में, आगरा रोड,
भीवण्डी. जि. थाणा (महाराष्ट्र). टेलिफोन नं.-५६८ ३५ ६९, ५६७ ३२ ११ - कपूरचन्द गोसराणी,
५६८ ५० २५, ५६८ ०३ ८० - जयन्तिलाल जाखरिया विशेष :- श्री मुनिसुव्रत स्वामी श्वेताम्बर मूर्तिपूजक तपगच्छ जैन संघ द्वारा संस्थापित एवं संचालित इस गृह मन्दिर में परम पूज्य शासन सम्राट आ. श्री नेमिसूरीश्वरजी समुदाय के आ. श्री विजयचंद्रोदय सूरीश्वरजी म., आ. श्री विजय अशोक चन्द्रसूरीश्वरजी म., आ. श्री विजय सोमचंद्र सूरीश्वरजी म. की पावन निश्रा में अंजनशलाका की हुई प्रतिमाजी बिराजमान हैं।
परम पूज्य आ. श्री विजय प्रेम सूरीश्वरजी समुदाय के परम पूज्य आ. श्री विजय ललितशेखर सूरीश्वरजी म. आदि मुनि भगवन्तो की पावन निश्रा में. वि. सं. २०५४ का वैशाख सुदि ६, शुक्रवार, ता. १-५-९८ को चल प्रतिष्ठा हुई थी। यहाँ मूलनायक श्री मुनिसुव्रत स्वामी तथा आजुबाजु में श्री संभवनाथ तथा वासुपूज्य स्वामी की पाषण की ३ प्रतिमाजी, पंचधातु की - ३ प्रतिमाजी, सिद्धचक्रजी - २, अष्टमंगल - १ तथा यक्ष-यक्षिणी व गौतम स्वामी की प्रतिमाजी बिराजमान हैं।
इस मन्दिर के निर्माण में श्रीमान श्रेष्ठीवर्य शाह कपूरचंद जेसंग खीमा भाई गोसराणी आदि परिवार वाले एवं शाह जयन्तिलाल कानजी मेघजी जाखरीया परिवार वालो ने लाभ लिया हैं।
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