________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra Acharya Shri Kalassagarsur Gyanmandir www.kabarth.org भूत्वा गुग्गुलेन सहस्र हुनेत्॥एवं कतेन त्रिदिनांतरे सर्वोपद्रवा नश्यति राजभयादिकं नश्यति निर्भयो भवति // इति घंटाकर्णमंत्रप्रयोगः॥ अथ कार्तवीर्यार्जुनमंत्रप्रयोगः॥ (मंत्रमहोदधौ) अथेष्टदान्मनून वक्ष्ये कार्तवीर्यस्य गोपितान् // यः सुदर्शनचक्रस्यावतारः क्षितिमंडले | // 1 // मंत्रो यथा-"ॐ फों त्री की जूं आँ ह्रीं को श्रीं हुं फट् कार्तवीर्यार्जुनाय नमः" इति विंशत्यक्षरो मंत्रः // अस्य विधानम् // अस्य कार्यार्जनमंत्रस्य दत्तात्रेय ऋषिः / अनुष्टुप्छंदः / कार्तवीर्यार्जुनो देवता / ॐ बीजम् // नमः शक्तिः।ममाभीष्टसिद्धयर्थे जपे विनियोगः॥ ॐ दत्तात्रेयऋषये नमः / शिरसि // 1 // अनुष्टुप्छंदसे नमः / मुखे // 2 // कार्तवीर्यार्जुनदेवतायै नमः / हृदि // 3 // ॐ बीजाय नमः / गुह्ये // 4 // नमः शक्तये नमः। पादयोः // 5 // विनियोगाय नमः सर्वाङ्गे // 6 // इति ऋष्या दिन्यासः॥ ॐ फ्रां वां अंगुष्ठाभ्यां नमः॥ 1 // ॐ क्लीं श्रीं तर्जनीभ्यां नमः // 2 // ॐ हूं मध्यमाभ्यां नमः // 3 // * 3 अनामिकाभ्यां नमः॥४॥ हुं फट् कनिष्ठिकाभ्यां नमः॥५॥ कार्तवीर्यार्जुनाय नमः॥ करतलकरपृष्ठाभ्यां नमः // 6 // इति करन्यासः // ॐ फ्रां भां हृदयाय नमः // 1 // ॐ क्लीं भी शिरसे स्वाहा ॥२॥ओं हूं शिखायै वषट् // 3 // ॐ मैं में कव चाय हुम् // 4 // ॐ हुं फट् अस्वाय फट् // 5 // ॐ कार्तवीर्यार्जुनाय नमः / सर्वांगे // 6 // इति हृदयादिषडंगन्यासः // ॐ कों ॐ हृदये // 1 // ॐ त्रीं ॐ जठरे // 2 // ॐ क्लीं ॐ नाभौ // 3 // ॐ ॐ पुनः जठरे // 4 // ॐ आं ॐ गुह्ये // १मंत्री दशविधः-फ्रों कार्तवीयांजुनाय नमः ही कार्तवीया नाय नमः: फ्रॉ श्री कार्तवीर्यार्जुनाय नमः कार्तवीर्यार्जुनाय नमः,'फ्रों वा कार्तवीया जुनाय धुनमः; फों को कार्तवीर्यार्जुनाय नमः, हुं कार्तवीर्यार्जुनाय नमः; फटू कों में कार्तवीर्यार्जुनाय नमः; काबूं कार्तवीर्यार्जुनाय नमः आं फ्रों कातंबीयांर्जुनाय नमः इति दशमंशणां त्रिष्टुप् छंदः / अन्यत् सर्वं पूर्ववज्ज्ञेयम् / For Private And Personal Use Only