________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobalrm.org Acharya Shri Kalassagarsuri Gyanmandir अथ चंद्रपूजनयन्त्रम्. | वामावर्तेन च / ॐ रोहिण्यै नमः / रोहिणीश्रीपादुकां पूजयामि तर्पयामि Mनमः // इति सर्वत्र // 1 // ॐ कृत्तिकायै नमः। कत्तिकाश्रीपा०॥२॥ alॐ रेवत्यै नमः / रेवतीश्रीपा० // 3 // ॐ भरण्यै नमः। भरणीश्रीपा० // 4 // ॐ रात्र्यै नमः। रात्रिश्रीपा० // 5 // ॐ आर्द्रायै नमः / आश्रिीपा० // 6 // ॐ ज्योत्स्नायै नमः / ज्योत्स्नाश्रीपा० // 7 // ॐ कलायै नमः। कलाश्रीपा० // 8 // इति पूजयित्वा पूष्पांजलिं च IN||दद्यात् // इति द्वितीयावरणम् // 2 // ततोऽष्टदलायेषु ॐ आं आदित्याय नमः / आदित्यश्रीपा० ॥१॥ॐ भौं भौमाय नमः / भौमश्रीपा० // 2 // ॐ बुं बुधाय नमः / बुधश्रीपा० // 3 // ॐ शं शनैश्चराय नमः / शनै श्वरश्रीपा०॥४॥ ॐ बृं बृहस्पतये नमः / बृहस्पतिश्रीपा०॥ 5 // ॐ रां राहवे नमः / राहुश्रीपा० // 6 // ॐ शुं शुक्राय नमः / शुक्रश्री पा० // 7 // ॐ के केतवे नमः / केतुश्रीपा०॥८॥ इत्यष्टौ ग्रहान् पूज M||यित्वा पुष्पांजलिं च दद्यात॥इति तृतीयावरणम् // 3 // ततो भपुरे पूर्वादिक 74 For Private And Personal Use Only