________________ Shri Maharan Aradhana Kendra www.kobatrm.org Acharya Shei Katassagasul Gyanmandir बजायायुधानि च संपूज्य पुष्पाजलिं च दद्यात // इत्यावरणपूजां कृत्वा धूपादिनमस्कारातं संपूज्य जपं कुर्यात् // अस्य पुरश्चरणं / लक्षजपः / तिलाज्येन दशांशतो होमः / एवं कृते मंत्रः सिद्धो भवति / सिद्धे च मंत्र मंत्री प्रयोगान् साधयेत् // तथा च / लक्षमेकं जपेन्मत्रं दशांशं जुहुयात्निलेः // सिद्ध मनौ प्रकुर्वीत प्रयोगानिष्ठ सिद्धये // 1 // शिवालये जपेन्मंत्रमयुतं धनवृद्धये // बिल्वमूलोपविष्टेन जप्तो लक्षं धनर्द्धिदः // 2 // इति पंचत्रिंशदारकुबेरमंत्रप्रयोगः // अथ पोडशाक्षरकुबेरमंत्रप्रयोगः // मंत्रो यथा--"ॐ श्रीं ॐ ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं विनेश्वराय नमः // " इति षोडशाक्षरो मंत्रः // अस्य विधानम् // ॐ श्री हृदयाय नमः // // ह्रीं श्रओं शिरसे स्वाहा // 2 // ह्रीं क्लीं शिखायै वषट् // 3 // श्रीं क्रीं कवचाय हुम् // 4 // वित्नेश्वराय नेत्रत्रयाय वौषट् // 5 // नमः अस्त्राय फट् // 6 // इति षडंगन्यासं कुर्यात् // ऋष्यादिकं ध्यानपूजादिकं च सर्व पूर्ववत् // तथा च-शोडषाक्षरमंत्रोयं सर्वदारियनाशनः // ध्यानार्चनादिकं सर्वमस्य पूर्ववदाचरेत् // १॥इति षोडशाक्षरकुबेरमंत्रप्रयोगः // // श्रीगणेशाय नमः // अथ चन्द्रमोमंत्रप्रयोगः // अथ वक्ष्ये चन्द्रमसो मनुः सर्वसमृद्धिदः // अथ षडक्षरचन्द्रमोमंत्रप्रयोगः // मंत्रो यथा-(शारदातिलके ) 'सौं सोमाय नमः' इति षडक्षरमंत्रः // अस्य सोममंत्रस्य भूगर्कषिः / पंक्तिश्छंदः / सोमो देवता। सौ बीजम् // नमः शक्तिः। मम सर्वेष्टसिद्धये जपे विनियोगः // ॐ भृगुऋषये नमः शिरसि // 1 // पंक्तिश्छंदसे नमः / मुखे // 2 // सोमदेवतायै नमः। हृदि // 3 // सौं बीजाय नमः। गुह्ये // 4 // नमः शक्तये नमः / पादयोः॥५॥ विनियोगाय नमः / सर्वांगे // 6 // इति| ऋष्यादिन्यासः॥ ॐ सां अंगुष्ठाभ्यां नमः // 3 // ॐ सी तर्जनीभ्यां नमः // 2 // ॐ सूं मध्यमाभ्यां नमः ॥३॥ॐ मैं अनामिकाया For Private And Personal Use Only