________________ Shri Maharan Aradhana Kendra me.kobatm.org Acharya Shet Kailasagasun yanmandir क्षी शिरसे स्वाहा / शिरःश्रीपा० // 2 // ॐ शं शिखायै वषट् / अथ क्षेत्रपालपूजनयन्त्रम्. शिखाश्रीपा०॥ 3 // ॐ झै कवचार्यहुम् // कवचश्रीपा० // 4 // ॐ क्षौं नेत्रत्रयाय वौषटै / नेत्रत्रयश्रीपा० // 5 // ॐ क्षः अस्वाय फट् / 3. अस्त्रश्रीपा०॥६॥ इति षडंगानि पूजयेत् // ततः पुष्पांजलिमादाय मूलमुच्चार्य "ॐ अभीष्टसिद्धिं में देहि शरणागतवत्सल // भक्त्या समर्पये तुभ्यं प्रथमावरणार्चनम् // 1 // इति पठित्वा पुष्पांजलिं च दत्त्वा पूजितास्तपिताः संतु इति वदेत् // इति प्रथमावरणम् // 1 // ततो , *क्षक्षेत्र अष्टदले पूज्यपूजकयोरतराले प्राची तदनुसारेणान्यादिशः प्रकल्प्य " प्राचीक्रमेण ॐ अग्निलाख्याय नमः / अग्निलाख्यश्रीपा० // 1 // ॐ अग्निकेशाय नमः / अग्निकेशश्रीपा० // 2 // ॐ करालाय नमः करालश्रीपा० // 3 // ॐ घंटारवाय नमः / घंटारवश्रीपा० // 4 // ॐ महाकोपाय नमः / महाकोपश्रीपा० // 5 // ॐ पिशिताशनाय नमः पिशिताशनश्रीपा० // 6 // ॐ पिंगलाक्षाय नमः / पिंगलाक्षश्रीपा० 1 अग्निलाख्यमग्निकेशं कराळं तदनंतरम् // घंटारवमहाकोप पिशिताशनसंज्ञकम् // पिंगलाक्षमईकेशं पत्रेषु पारतो यजेत् // For Private And Personal Use Only