________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobalrm.org Acharya Shri Kailassagarsur Gyanmandir गुह्यं न देयं यस्य कस्य चित् // 27 // सुकुलीनाय शांताय कजवे दंभवर्जिते // दद्यात्स्तोत्रमिमं पुण्यं सर्वकामफलप्रदम् // 28 // इतिश्रुत्वाततोदेवीनामाष्टशतमुत्तमम् // जजापपरयाभक्त्यासदासर्वेश्वरेश्वरी // 29 // भैरवोपिप्रहृष्टोभूत्सर्वलोकमहेश्वरः // वरंददाति ) भक्तेभ्यःपठेत्स्तोत्रमनन्यधीः // संतोषपरमंप्राप्यभैरवस्यमहात्मनः // 30 // वारंवारंभुवनजननीप्रोच्यतेसाधुवादः सत्यंसत्यंजगति। सकलेरखोदेवएकः // यांयांसिद्धिभुवनजठरेकामयेन्मानवोयस्तांस्तां सिद्धिवितरतिमदाभैरवःसुप्रसन्नः // 31 // पाणियांपरितः प्रपीड्यसुदृढनिश्चोत्यनिश्चोत्यच ब्रह्माण्डंसकलंप्रचालितरसालोचैःफलाभमुहुः // पायंपायमपाययत्रिजगतियुन्मुत्तवत्तैरसैत्यस्तांडव मंबरेणशिरसापायान्महाभैरवः // 32 // विश्वाणःशुचवर्णद्विगुणनवभुजांचवक्रत्रिनेत्रं ज्ञानेमुनेंद्रशास्वंसविषममृतकशंखभैषज्यचा पम् // शूलंखटांगवाणान्डमरुमसिगदावह्निमारोग्यमालामिष्टानीतिंचदोर्जियतिखलुमहाभैरवःसर्वसिद्धये // 33 // क्वाकाशःक्समीरणः / क्वदहनःक्कापश्चविश्वंभरा क्वब्रह्माकजनार्दनःक्वतरणिःकेंदुश्चदेवासुराः॥ कल्पांतभदिगीशवत्प्रमुदितःश्रीसिद्धयोगीश्वरः क्रीडानाटकनायको विजयतेदेवोमहाभैरवः // 34 // लिखित्वापरयाभक्त्याभैरवस्तोत्रमुत्तमम् // अष्टानांबाह्मणानांचदेयंपुस्तकमादरात् // 35 // यान / यान्समीहतेकामांस्तांस्तान्प्रामोत्यसंशयम् // इहलोकेसुखप्राप्यपुस्तकस्यप्रसादतः // 36 // शिवलोकमनुप्राप्यशिवेनसहमोदते // लिखि, त्याभूर्जपत्रेतुत्रिलोहपरिवेष्ठितम् // 37 // सौम्येचवस्तुवसनेकर्पटेचमुशोजने // करेबाहोगलेकटयांमूनिंत्रिलोहगोपितम् // यस्तुधारयतेस्तोत्रं सर्वत्रजयमामुयात् // 38 // इति श्रीरुद्रयामलतंत्रे देवीश्वरसम्बादे आपदुद्धारकरीबटुकभैरवाष्टोत्तरशतनामस्तोत्रं समानम् // अथ बटुकभैरवाष्टोनरशतनामस्तोत्रम् (कालसंकर्षणतंत्रे) ॐ अस्य श्रीवटुकभैरवस्तोत्रमंत्रस्य कालाग्निरुद्र ऋषिः / अनुष्टुपछंदः। आप For Private And Personal Use Only