________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobalrm.org Acharya Shri Kalassagarsuri Gyanmandir मं. म. तरं०९ अनादिर्भगवानदेवोविश्वहेतुनिरामयः।। आरोग्यकर्ताविश्वेशोविश्वनाथोहरीश्वरः / / 19 // भोरामोरामभक्तःकल्याणप्रकृतिःस्थिरः // पू० खं० 1 विश्वभरोविश्वमूर्तिविश्वाकारोऽथविश्वदः॥ २०॥विश्वात्माविश्वसेव्योऽथविश्वोविश्वहरोरविः।। विश्वचेष्टोविश्वगम्योविश्वध्येयः कलाधरः / // 21 // प्लवंगमःकपिश्रेष्ठोज्येष्ठोविद्यावनेचरः।। बालोबृद्धोयुवातत्त्वंतत्त्वगम्यउदाग्रजः // 22 // अंजनीसूनुरव्ययोगामख्यातोधराधरः॥ भूर्भुवःस्वमहर्लोकोजनलोकस्तपोऽव्ययः // 23 // सत्यमोंकारगम्यश्चप्रणवोव्यापकोऽमलः // शिवधर्मप्रतिष्ठातारामेष्टःफाल्गुनप्रियः // 24 // गोष्पदीकतवारीशःपूर्णकामोधरापतिः // रक्षोन्नः पुण्डरीकाक्षःशरणागतवत्सलः // 25 // जानकीप्राणदाताचरक्षःप्राणा पहारकः / / पूर्णःसत्यःपीतवासादिवाकरसमप्रभः // 26 // देवोद्यानविहारीचदेवताभयभंजनः // भक्तोदयोभक्तलब्धोजतपालनतत्परः // 27 // द्रोणहर्ताशक्तिनेताशक्तिराक्षममारकः // रोनारामदूतश्चशाकिनीजीवहारकः॥ 28 // बुबुकारहतारातिर्गर्यपर्वतमर्दनः // हेतुस्त्वहेतुःप्रांशुश्चविश्वभर्ताजगडः // 20 // जगन्नेताजगन्नाथोजगदीशोजनेश्वरः // जगद्धितोहरिःश्रीशोगरुडस्मयजनः // 30 // पार्थध्वजोवायुपुत्रोऽमितपुच्छोऽमितप्रभः // ब्रह्मपुच्छःपरंब्रह्मपुच्छोरामेष्ट एव च // 33 // सुग्रीवादियुतोज्ञानीवानरोवानरेश्वरः // कल्प स्थायीचिरंजीवीप्रसन्नश्चमदाशिवः // 32 // सन्नतः सद्गतिभक्तिमुक्तिदःकातिनायकः॥कीर्तिःकीर्तिप्रदश्चैवसमुद्रःश्रीपदःशिवः॥३३॥ भक्तोदयोभक्तगम्योभक्तनाग्यप्रदायकः // उदधिक्रमगोदेवः मंसारभयनाशकः॥३४॥ बलिबन्धनरुविश्वजेताविश्वप्रतिष्ठितः // लंकारिः कालपुरुषोलंकेशगृहभवनः // 35 // भूतावासोवासुदेवोवसुम्बिभुवनेश्वरः // श्रीरामरूपः कृष्णस्तुलंकाप्रासादभञ्जकः // 36 // कृष्ण कृष्णस्तुतः शांतः शांतिदोविश्वपावनः // विश्वभोक्ताऽथमारनोब्रह्मचारीजितेन्द्रियः // 37 // ऊर्द्धगोलांगुलीमालीलांगूलाइतराक्षसः।। वि For Private And Personal Use Only