________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobalrm.org Acharya Shri Kailassagarsur Gyanmandir ख.१ AL परमेशाय स्वागतस्वागतं च ते // 1 // " मू० ॐ भू० श्रीहनुमते नमः मुस्वागतं समपर्यामि // इति मुस्वागतम् // 1 // "ॐ देवदेव महाराज प्रियेश्वर प्रजापते // आसनं दिव्यमीशान दास्येहं परमेश्वर // 1 // " मूलं पठित्वा ॐ भू० श्रीहनुमते नमः आमनं समर्पयामि // इत्यासनम् // 4 // इत्यासनं दत्त्वा करौ बद्धा प्रार्थयेत् / / "ॐ स्वागतं देवदेवेश मद्भाग्यात्त्वमिहागतः॥प्राकृत त्वमदृष्ट्वा मां बालवत्परिपालय // 1 // " मू. ॐ भ० श्रीहनुमते नमः प्रार्थनां समर्पयामि नमस्करोमि // इति प्रार्थयित्वा पाद्यादि पूजनं कुर्यात् / / अथ पाद्यादिपूजनम् // "ॐ यद्भक्तिलेशसंपर्कात्परमानंदसंभवः // तस्मै ते चरणाजाय पाद्यं शुद्धाय कल्पये // 1 // "] पृ० ॐ भृ० श्रीहनुमते नमः पाद्यं समर्पयामि / इति पाद्यम् // 1 // "ॐ देवानामपि देवाय देवानां देवतात्मने // आचामं कल्पयामी शशुद्धानां शुद्धिहेतवे // 1 // " मू० ॐ भ० श्रीहनुमते नमः आचमनं समर्पयामि / इत्याचमनम् // 2 // "ॐ तापत्रयहरं दिव्यं परमानन्दलक्षणम् // तापत्रयविमोक्षाय तवार्य कल्पयाम्यहम् // 1 // इत्योंदकेनाय दत्त्वा श्रीहनुमते नमः अर्य स० इति वदेत् / इत्यय॑म // 3 // "ॐ सर्वकालुप्यहीनाय परिपूर्णसुखात्मने // मधुपर्कमिदं देव कल्पयामि प्रसीद मे // 1 // " मू० ॐ भ० श्रीहनुमते नमः मधुपर्क नमर्पयामि // इति सर्वत्र / इति मधुपर्कः // 4 // "ॐ उच्छिष्टोप्यशुचिर्वापि यस्य स्मरणमात्रतः / / शुद्धिमामोति तस्मै ते पुनराचमनीयकम् // 1 // " इति पुनराचमनीयम् // 5 // "ॐ गंगासरस्वतीरेवापयोष्णीनर्मदाजलैः॥ नापि तोऽसि मया देव तथा शांतिं कुरुष्व मे // 1 // " इति स्नानम् // 6 // "ॐ सर्वभूषाधिके सौम्ये लोकलज्जानिवारणे // मयैवापादि ते तुल्यं वाससी प्रतिगृह्यताम् // 1 // इति रकवखे // 7 // "ॐ नवभिस्तंतुभिर्युक्तं त्रिगुणं देवतामयम् // उपवीतं चोनरीयं गृहाण मानन्दलक्षणम् // तापत्रयविमलयहीनाय परिपूर्णसुखात्मने // मधुपका उच्छिष्टोप्यशुचिर्वापि यस्य स्मरणमा नापि // 213 // For Private And Personal Use Only