________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobalrm.org Acharya Shri Kalassagarsuri Gyanmandir शिष्टाचारःशभाचारःस्वाचाराचारतत्परः // 50 // मंदारोमाठरोरेणुःक्षोजणःपक्षिणांगूरु | स्वविशिष्टशविशिष्टात्माविषयोज्ञानशाजनः। / 52 // महाश्वेताप्रियोज्ञेयःसामगोमोददायकः // सर्ववेदप्रगीतात्मासर्ववेदालयोलयः / / 53 / / वेदमूर्तिश्चतुर्वेदीवेदवेदपारगः / / क्रियावानतिरोचिष्णुर्वरीयांश्चवरप्रदः / / 54 / / व्रतचारीव्रतधरोलोकबंधुरलंकतः / / अलंकाराशरोदिव्यविद्यावानविदिताशयः / / 55 // अकारोभूषणोभूष्योभूष्णुर्भवनपूजितः / / चक्रपाणिजधरःसुरेशोलोकवन्मलः // 56 / / गज्ञीपतिर्महाबाहःप्रकृतिविकतिर्गुणः / / अंधकारापहःश्रेष्ठोयुगावतायुगादिकत् / / 57 / / अप्रमेयःसदायोगीनिरहंकाईश्वरः / / शुभप्रदःशुनश्शोभाशुभकमाशुनास्पदः / / 58 // मन्यवान्धृतिमानाह्यकारोवृद्धिदोनलः / / बलभद्दलदोबंधुबलवानबलिनांवरः / / 59 // अनङ्गोनागराडिन्दःपमयोनिर्गणेश्वरः // संवत्सरऋतु ताकालचक्रपवर्तकः // 60 / / पनेरःपनयोनिःप्रायोनसरद्युतिः // भुमतिःमुमतिस्मोमोगोविंदोजगदादिजः // 6 // पीतवासाःकृष्णवासादिग्वासातीन्द्रियोहरिः / / अतीन्द्रोऽनेकरूपात्मारकंदःपरपुरंजयः / / 32 // शक्तिमानशूरचाभाम्बानमोक्षहेतुर| योनिजः // सर्वदऑजितोदर्शीदुःस्वमाशुभनाशनः / / 63 // मंगल्यकर्तातरणिवेगवान कश्मलापहः // स्पष्टाक्षरोमहामंत्रोविशाखो यजनप्रियः / / 64 // विश्वकर्मामहाशक्तिज्योतिरीशोविहंगमः / / विचक्षणोदक्षइन्द्रःप्रत्यूहःप्रियदर्शनः // 35 // अश्विनौवेदनिलयो / बदविद्विदिताशयः // प्रभाकरोजितरिपुःसुजनोरुणसारथिः / / 66 / / कुबेरमुरथःस्कंदोमहितोभिहितागुरुः / / बहराजोग्रहपतित्रहनक्षत्र | मंडनः / / 67 / / भास्करःसततानंदोनन्दनोनंदिवर्द्धनः / / मंगलोप्यथमंगलबानमांगल्योमंगलापहः / / 68 // भंगलाचारचरितःशीणः / सर्ववतोवती / / चतुर्मुखःपद्ममालीपूतात्माप्रणतातिहा / / 69 / / अकिंचनस्सत्यसंधोनिर्गुणोगुणवान्गुणी // संपूर्ण:पुंडरीकाक्षोविधे For Private And Personal Use Only