________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobalrm.org Acharya Shri Kalassagarsuri Gyanmandir सहस्राक्षः सहस्रांघिशिरोभुजः // फणीफणिफणाकारयोजितात्यम्बुदक्षितिः // 136 // कालाग्निरुद्रजनकोमुमलावोहलायुधः // नीलांबरोवारुणीशोमनोवाकायदोषहा // 137 // स्वसंतोषतृतिमात्र पातितकदशाननः // बलिसँय्यमनोघोरो रौहिणेयःप्रलंबहा। // 138 // मुष्टिकनोद्विविदहाकालिन्दीभेदनोबलः // रेवतीरमणःपूर्वभक्तिरेवाच्युतायजः / / 139 // देवकीवासुदेवोत्थोदितिकश्यप नन्दनः // वार्ष्णेयःसात्वतांश्रेष्ठःशौरियंदुकुलोद्वहः // 140 // नराकृतिःपूर्णब्रह्मसव्यसाचीपरंतपः / ब्रह्मादिकामना नित्यजगत्पतशैशवः // 141 // पूतनान्नःशकटभिद्यमलार्जुनभंजनः // वत्सासुरारि केशिनोधेनुकारिर्गवीश्वरः // 142 // दामोदरोगोपदेवोयशोदानन्दकारकः // कालीयमईनःसर्वगोपगोपीजनप्रियः / / 143 // लीलागोवर्द्धनयरोगोविन्दोगोकुलोत्सवः // अरिष्टमथनःकामोन्मत्तगोपीविमुक्तिदः // 144 // सद्यःकुवलयापीडघातीचाणूरमर्दनः // कंसारिरुग्रसेनादिराज्यस्थाप्यरि हाऽमरः / / 145 // सुधर्माकितभूलोकोजरासंधबलातकः / / त्यक्तभक्तजरासंधतीमसेनयशःप्रदः / / 146 // सान्दीपनिमृताप त्यदाताकालांतकादिजित् // रुक्मिणीरमणोरुक्मिशासनोनरकांतकृत् / / 147 // समस्तनरकवातासर्वभूपतिकोटिजित् // समस्त मुंदरीकांतोसुरारिगर्लडध्वजः // 148 // एकाकीजितरुद्रार्कमरुदापोऽखिलेश्वरः // देवेन्द्रदर्पहाकल्पद्रुमालंकतभूतलः // 14 // बाणबाहुसहसच्छित्स्कंधादिगणकोटिजित् // लीलाजितमहादेवामहादेवपूजितः // 150 // इन्द्रार्थार्जुननिर्भर्त्सर्जयदःपाण्ड बैंकधृक् // काशीराजशिरश्छेत्तारुद्रशक्तयेकमर्दनः॥ 151 // विश्वेश्वरप्रसादाढ्यःकाशीराजसुताईनः // शंभुप्रतिज्ञापाता च स्वयंभू गणपूजकः // 152 // काशीशगणकोटिघ्नोलोकशिक्षाद्विजार्चकः // शिवतीव्रतपोवश्यःपुराशिववरप्रदः // 153 // गयामुरप्रति 47 For Private And Personal Use Only