________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobalrm.org Acharya Shri Kailassagarsun Gyanmandir मं०म० // 183 // d // 80 // सर्वाक्षः सर्वमृत्युश्चमृत्युम॒त्युनिर्वर्तकः // असाध्यस्सर्वरोगनः सवदुर्घहसौम्यकत् // 81 // गणेशकोटिदर्पनोदुः। पू० खं.. सहोऽशेषगोत्रहा // देवदानवदुईषोजगद्भक्ष्यप्रदः पिता // 82 // समस्तदुर्गतित्राताजगद्भक्षकभक्षकः / / उग्रेशोऽसुरमार्जारःवि० सं० कालमूपकाक्षकः // 83 // अनंतायुधदोर्दण्डोनृसिंहावीरभद्रजित् / / योगिनीचक्रगुह्येशः शकारिः पशुमांसभुक् / / 84 // रुद्रोनारायणोभेषरूपशंकरवाहनः।। मेषरूपीशिवत्रातादुष्टशक्तिसहस्रभुक् // 85 // तुलसीवल्लभोवीरोऽचिंत्यमायोऽखिलेष्टदः / / महाशिवः शिवोरुद्रोभैरबैककपालभृत् / / 86 // भिल्लश्चक्रेश्वरश्चक्रोदियमोहनरूपधृक् // गौरीसौभाग्यदोमायानिधिर्मायाभयापहः // 87 // ब्रह्मतेजोभयोब्रह्मश्रीमयश्चत्रयीमयः / / सुब्रमण्योबलिध्वंसीवामनो दितिदुःखहा / / 88 / / उपेन्द्रोनृपतिर्विष्णुः कश्यपान्वयमण्डनः / / बलिस्वाराज्यदः सर्वदेवविप्रात्मदोऽच्युतः / / 89 / / उरुक्रमस्तीर्थपादखिदशश्चत्रिविक्रमः ।व्योमपादः स्वपादांभापवित्रितजग धयः / / 90 // ब्रह्मेशाभिवद्याधितकर्माद्रिधारणः // चित्याद्भुतविस्तारोविश्ववृक्षोमहाबलः / / 91 // बहुमू पराङ्गच्छि गुपत्नीशिरोहरः॥ पापस्तेयः सदापुण्योदैत्येशोनित्यखण्डकः // 12 // पूरिताखिलदेवेशोविश्वार्थकावतारकत् // अमरोनित्यगुप्तात्मा भक्तचिंतामणिः सदा // 93 // वरदः कार्तवीर्यादिराजराज्यप्रदोऽनघः // विश्वश्लाघ्योऽमिताचारोदत्तात्रेयोमुनीश्वरः // 94 // परशक्तिसमायुक्तोयोगानंदमदोन्मदः // समस्तेन्द्रारितेजोहृत्परमानंदपादपः // 95 / / अनसूयागर्भरत्नोभोगमोक्षसुखप्रदः // जमदनि // 183 // कुलादित्योरेणुकाद्भुतशक्तिहृत् // 96 // मातृहत्यादनिल्लेपः स्कंदजिद्विप्रराज्यदः // सर्वक्षत्रांतकबीरदर्पहाकार्तवीर्यजित्॥ 97 // योगीयोगावतारश्चयोगीशोयोगतत्परः // परमानंददाताचशिवाचार्ययशःप्रदः // 98 // भीमः परशुरामश्चशिवाचार्यैकविश्वभूः // For Private And Personal Use Only