________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatrm.org Acharya Shri Kailassagarsur Gyanmandir लोक्यनीहनकरगणेशयंत्रम् / तरं०५ म. म. राद्रीश्रीपा 0 3 // ॐ काल्यै नमः। कालीश्रीपा०४॥ ॐ कलपद। // ८दिकायै नमः। कलपदादिकाश्रीपा० 5 // ॐ विकारण्यनभैः / विक शरिणीश्रीपा० 6 // ॐ बलायै नमः। बलाश्रीपा० 7 // ॐ प्रमथिन्य नमः / प्रमथिनीश्रीपा० 8 // देवस्याये // ॐ सर्वभूतदमन्यै नमः। सर्वभूतदमनीश्रीपा० 1 // ॐ मनोन्मन्यै नमः / मनोन्मनीश्रीपा० 2 // चतुर्ष दिक्षु // ॐ प्रमोदाय नमः / प्रमोदश्रीपा० 1 // ॐ सुमखाय नमः / सुमुखश्रीपा० 2 // ॐ दर्मुखाय नमः / दुर्मुखश्रीपा० 3 // Hॐ विघ्ननाशाय नमः विघ्ननाशश्रीपा० 4 // इति पूजयेत् // ततः पुष्पांजलिमादाय मूलमुच्चार्य"अभीष्टसिद्धिं में देहि शरणागतवत्सल // भक्त्या समर्पये तुज्यं द्वितीयावरणार्चनम् 2 // " इति पठित्वा पुष्पांजलिं च दत्त्वा विशेषा_विंदु निक्षिप्य पूजितास्तर्पिताः संत इति वदेत / Bइति द्वितीयावरणम्॥ततोष्टदलायेषु॥ॐ आं बायै नमः / ब्राह्मीश्रीपा० // ॐ ई माहेश्वर्य नमः। माहेश्वरीश्रीपा०२॥ॐ ॐ कामाय नमः। ॐवक्रतु कशावता हीश्रीगणप ग 38 // 84 // > For Private And Personal Use Only