________________ Shri Marian Aradhana Kendra www.kobatrm.org Acharya Shri Kalassagarsur Gyanmandir उच्छिष्ट गणपतिर्देवता / गं बीजम् / स्वाहा शक्तिः। हीं कीलकम् / ह्रीं अखिलानये जपे विनियोगः / / ॐ मनुऋषये नमः शिरसि॥३॥ छ विराट्छंदसे नमः मुखे // 2 // उच्छिष्टगणपतिदेवतायै नमः हृदि // 3 // गं बीजाय नमः गुह्ये // 4 // स्वाहाशक्तये नमः पादयोः // 5 // ह्रीं कीलकाय नमः नाभौ // 6 // विनियोगाय नमः सर्वांगे // 7 // इति ऋष्यादिन्यासः॥ ॐ ह्रीं अंगुष्ठाभ्यां नमः॥१॥ ॐ गं तर्जनीभ्यां नमः // 2 // ॐ हस्ति मध्यमान्यां नमः // 3 // ॐ पिशाचि अनामिकायां नमः // 4 // SIॐ लिखे कनिष्ठिकाभ्यां नमः // 5 // ॐ स्वाहा करतलकरपृष्ठात्यां नमः // 6 // इति करन्यासः // ॐ ह्रीं हृदयाय नमः // 3 // ॐ गं शिरसे स्वाहा // 2 // ॐ हास्ति शिखायै वषट् // 3 // ॐ पिशाचि कवचाय है॥४॥ ॐ लिखे नेत्रत्रयाय वौषट् // 5 // /ॐ स्वाहा अस्वाय फट 6 // एवं न्यासं कुर्यात् / / अन्यत् मर्व पूर्ववत् // इति द्वादशाक्षरोच्छिष्टगणेशमंत्रप्रयोगः // 2 // अथैको | नविंशत्यक्षरोच्छिष्टगणेशमंत्रप्रयोगः / ( मंत्रमहोदधौ ) मंत्रो यथा ॐ नमः उच्छिष्टगणेशाय हस्तिपिशाचि लिखे स्वाहा // इत्येकोन विंशत्यक्षरो मंत्रः। अस्य विधानम् / ॐ अस्य श्रीउच्छिष्टगणेशमंत्रस्य कंकोल ऋषिः। विराट् छन्दः। उच्छिष्ट गणपतिर्देवता / अखिलाप्तये जपे विनियोगः // ॐ कंकोलऋषये नमः शिरसि // विराट्छन्दसे नमः मुखे 2 // ॐ उच्छिष्ट गणपतिदेवतायै नमः हृदि३ // विनि योगाय नमः सर्वांगे 4 // इति ऋष्यादिन्यामः ॥ॐ नमः ॐ अगुष्ठात्यां नमः // ॐ उच्छिष्टगणेशाय तर्जनीभ्यां नमः२॥ ॐ ह स्ति मध्यमाभ्यां नमः 3 // ॐ पिशाचि अनामिकाभ्यां नमः 4 // ॐ लिखे कनिष्ठिकाभ्यां नमः 5 // ॐ स्वाहा करतलकरपृ।। ठात्यां नमः 6 // इति करन्यासः // ॐ नमः हृदयाय नमः // ॐ उच्छिष्टगणेशाय शिरसे स्वाहा 2 // ॐ हस्ति शिखायै वषट् For Private And Personal Use Only