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९२,१२०) भावहि अणुदिणु। (भा.१२०) अणुपरिणाम वि [अणुपरिणाम] अणुमात्र परिणमन करने वाला । (प्रव.जे.७३) अणुपरिणामा समा व विसमा वा। अणुपेहण न [अनुप्रेक्षण] भावना,चिंतन,विचार। (द्वा.१) अणुपेहणं
वोच्छे। अणुबद्ध वि [अनुबद्ध] बंधा हुआ, सम्बद्ध। (पंचा. २०) भावा
जीवेण सुठु अणुबद्धा। (पंचा.२०) अणुभव सक [अनु+भू] अनुभव करना, जानना, समझना, कर्मफल
का भोगना। अणुभवंति (व.प्र.ब.प्रव.२०) अणुभागपुं [अणुभाग] कर्मफल, प्रभाव, माहात्म्य, शक्ति, सामर्थ, बन्ध का एक भेद। (पंचा ७३,स.२९०, निय.९८) अणुभागप्पदेसबंधेहि। (पंचा.७३) -ट्ठाण पुं न [स्थान] अनुभाग स्थिति। (निय.४०) णो अणुभागट्ठाणा। (निय.४०) अणुभाय पुं [अनुभाग] कर्मफल, दृढ़संकल्प। (स.५२) व य
अणुभायठाणागि। अणुभावग वि [अनुभावक] अनुभव कराने वाला, द्योतक,
अनुभावगत, बोधक। (स.४०) अणुमण वि [अनुमत] अनुमोदित, सम्मत, अनुमति। (चा.२२) चारित्रपाहुड में अणुमण शब्द का प्रयोग अनुमति-त्यागवत के लिए आया है। यह व्रत ग्यारह प्रतिमाओं में दशवी प्रतिमाधारी देशविरतश्रावक का एक भेद है। अणुमणमुद्दिट्ठदेसविरदो य। (चा.२२)
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