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न [आगमन] फिर से आगमन। (निय.१७७) -वि अ [अपे] फिर भी। (स.११०) पुण्ण पुं न [पुण्य] शुभकर्म,पुण्य । (पंचा.१०८,स.१३,प्रव.७७, पुण्णिमा स्त्री [पूर्णिमा] पूर्णिमा, पूर्णचन्द्रमा वाली राठि।
(भा.१५९) पुत्त पुं [पुत्र] लड़का। (प्रव.चा.२) पुधग वि [पृथक्] अलग, भिन्न-भिन्न। (पंचा.९६) पुधत्त वि [पृथक्त्व] पृथक्पना, भिन्नता, तीन से अधिक और नौ
से कम संख्या का संकेत विशेष । (पंचा.४७, प्रव.शे. १४) पुष्फन [पुष्प] फूल,पुष्प,कुसुम। (भा.१०३, १५७) पुराइय वि [पुरातन] पुराना, पूर्व के, प्राचीन। (शी.४) पुराण वि पुराण] पुराना, प्राचीन। (निय.१५८) पुरिस पुं [पुरुष] पुरुष, आदमी, मनुष्य। (स.३५, प्रव.चा.५९, निय.५३, निय.५३, सू.४) -आयार वि [आकार पुरुषाकार, पुरुष की आकृति वाला। (मो.८४) पुब वि [पूर्व] 1. पहले,पूर्व,आदि। (पंचा.३०, स.१७३) -णिबद्ध वि [निबद्ध] पूर्वनिबद्ध, पहले से बंधे। (स.१६६) 2. पुं न [पूर्व] काल विशेष। (स.२१, भा.३८) -भव पुं [भव] पिछलाभव। (भा.३८) ३. दिशावाची, चार दिशाओं में एक। पूजा/पूया स्त्री [पूजा] पूजन,अर्चा । (प्रव.६९,भा.८३) पूय न [पूय] पीब, दुर्गन्धितरक्त, रक्तविकार। (द्वा.४५, भा.४२) पूर सक [पूरय] पूर्ति करना, भरना, तृप्त करना, प्रसन्न करना।
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