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परिणिव्वाणभत्ति स्त्री [परिनिर्वाणभक्ति] परिनिर्वाणभक्ति, मुक्ति
भक्ति। (नि.भ.अं.) परिपड अक [परि+पत्] गिरना, झड़ना। (द्वा.३१) परिफुड अक [परि+स्फुट] चलना। (स.ज.वृ.१७०) परिभम सक [परि+भ्रम्] घूमना, चक्कर काटना, पर्यटन करना,
भटकना। (द्वा.२४) परिभाव सक [परि+भावय] पर्यालोचन करना, उन्नतकरना, विचार करना। परिभाविऊण (सं.कृ.मो.९६) परिमंडिअ वि [परिमंडित] सुशोभित। (भा.१०८). परिमाण न [परिमाण] नाप, माप, प्रमाण। (भा.३६) परियंत पुं [पर्यन्त] अन्त, सीमा, प्रान्त। (प्रव.जे. ४०) परियट्टण न परिवर्तन] आवर्त,आवृत्ति,परिणमन।
(पंचा.६,२३) परियट्टणसंभूदो। परियत्थण वि [प्रार्थित] प्रार्थना करने वाला। (सि.भ.११) परियम्म पुंन [परिकर्म] संस्कार, सहायक साधन,दृष्टिवाद आगम
का एक भेद। (मो.६१,श्रु.भ.४) परियरिअ वि [परिकरित] सहित, युक्त। (भा.१२३) परिवज्ज सक [परिवर्जय] परिहार करना, परित्याग करना, छोड़ना। (प्रव.शे. १०८, भा.५७) परिवज्जामि (व.उ.ए.भा.५७,निय.९९) परिवट्टण न [परिवर्तन] आवर्तन, आवृत्ति। (निय.३३) परिवार पुं परिवार कुटुम्ब, घर के लोग। (द.१०)
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