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श्री कल्पसूत्र
सातवां
हिन्दी
व्याख्यान
अनुवाद
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के १६ सागर ६५ लाख ८४ हजार वर्ष का अन्तर है; बाद का अन्तर है; तदनन्तर ६८० वर्षे सिद्धान्त लिखे गये। १५० वर्षे सिद्धांत लिखे गये ।
१६. श्रीचन्द्रप्रभुनी और महावीरस्वामी के ४२ हजार १२. श्रीवासुपूज्यस्वामी और श्रीमहावीरस्वामी के ४६ । ३ वर्ष ८ मास कम १०० कोड़ सागर का अन्तर है; . सागर ६५ लाख ८४ हजार वर्ष का अन्तर है; बाद ६८०
तदनन्तर ६८० वर्षे सिद्धान्त लिखे गये । वर्षे सिद्धांत लिखे गये ।
१७. श्रोसुपार्श्वनाथजी और श्रीमहावीर स्वामी के ४२3 १३. श्रीश्रेयांसनाथजी और श्रीमहावीरस्वामी के १०० हजार ३ वर्ष ८ ।। मास कम एक हजार क्रोड सागर का सागर ६५ लाख ८४ हजार वर्ष का अन्तर है; बाद ९८०
अन्तर है; उसके बाद ६८० वर्षे सिद्धांत लिखे गये । वर्षे सिद्धांत लिखे गये ।
१८. श्रीपद्मप्रभुजी और श्रीमहावीर स्वामी के ४२ १४. श्रीशीतलनाथजी और महावीरस्वामी के ४२ हजार
हजार ३ वर्ष || मास कम १० हजार क्रोड सागर का ३ वर्ष ८|| मास कम १ क्रोड सागर का अनतर है; अन्तर है; उसके बाद ६८० वर्षे सिद्धान्त लिखे गये ।। तत्पश्चात् ६८० वर्षे सिद्धांत लिखे गये ।
१६. श्रीसुमतिनाथजी और महावीर स्वामी के ४२ १५. श्रीसुविधिनाथजी और श्रीमहावीरस्वामी के ४२ हजार ३ वर्ष ८॥ मास कम एक लाख क्रोड़ हजार ३ वर्ष || मास कम १० क्रोड सागर
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