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अंशुक 1. अंशुक - [अंशु + क - अंशवः सूत्राणि विषया यस्य] कपड़ा, रेशमी कपड़ा,
वस्त्र। स्तनेषु तन्वंशुकमुन्नतस्तना निवेशयन्ति प्रमदाः सयौवनाः। 1/7 ऊँचे-ऊंचे स्तनों वाली युवतियाँ अपने स्तनों पर पतले - पतले कपड़े पहनने लगती हैं। काशांशुका विकचपद्ममनोज्ञवक्त्रा सोन्मादहंसरवनूपुरनादरम्या। 3/1 फूले हुए काँस के कपड़े पहने, मस्तहंसों की बोली के सुहावने बिछुवे पहने, खिले हुए कमल के समान सुन्दर मुखवाली। नितम्बबिम्बेषु नवं दुकूलं तन्वंशुकं पीनपयोधरेषु। 4/3 न अपने गोल-गोल नितंबों पर नये रेशमी वस्त्र ही लपेटती हैं, और न अपने मोटे-मोटे स्तनों पर महीन कपड़े ही बाँधती हैं। तन्वंशुकैः कुङ्कुमरागगौरैरलंक्रियन्ते स्तनमण्डलानि। 6/5 स्तनों पर केशर में रँगी हुई महीन कपड़े की चोली पहनती हैं। रक्तांशुका नववधूरिव भाति भूमिः। 6/21
पृथ्वी ऐसी लग रही है, मानो लाल साड़ी पहने हुए कोई नई दुलहिन हो। 2. तूर्ण - वस्त्र, कपड़ा।
गुरूणि वासांसि विहाय तूर्णं तनूनि लाक्षारसरञ्जितानि। 6/15
अपने मोटे वस्त्र उतारकर महावर से रंगे हुए महीन कपड़े पहनती हैं। 3. दूकूल - [ दु + ऊलच्, कुक्] रेशमी वस्त्र, अत्यंत महीन वस्त्र।
नितम्बबिम्बैः सदुकूलमेखलैः स्तनैः सहाराभरणैः सचन्दनैः। 1/4
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