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ग्घुवंश
महौजसा संयुयुजे शरत्काल इवेन्दुना। 15/54 जैसे चन्द्रमा शरद ऋतु से मिलता है। इन्दोरगतयः पद्मे सूर्यस्य कुमुदऽशवः। 17/75 चंद्रमा की किरणें कमल में तथा सूर्य की किरणें कुमुदों में नही पैठ पातीं। सुते शिशावेव सुदर्शनाख्ये दर्शात्ययेन्दु प्रियदर्शने सः। 18/35 उस समय तक द्वितीय के चंद्रमा के समान सुन्दर लगने वाला सुदर्शन नाम का उनका पुत्र बालक ही था। नवेन्दुना तन्नभसोपमेयं शावैक सिंहने च काननेन। 18/37 जैसे द्वितीय के चंद्रमा से आकाश, सिंह के बच्चे से वन शोभा देता है। व्योम पश्चिम कला स्थितेन्दु वा पंकशेषमिव धर्मपल्वलम्। 19/51 जैसे एक कला भर बचा हुए कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी का चंद्रमा हो या कीचड़
भर बचा हुआ गर्मी के दिनों का ताल या तनिक सी बची हुई दीपक की लौ हो। 2. उडुपति :-[उड्-कुबा०+पतिः] चंद्रमा।
योषितामुडुपतेरिवार्चिषां श्पर्षनिर्वृतिमसाववाप्नुवन। 19/34
स्त्रियों के श्पर्ष से उसे वैसा ही आनंद मिलता था, जैसे चंद्रमा की किरणों से। 3. औषधीनाथ :-सोम, औषधियों का स्वामी, चंद्रमा।
नेत्रैः पपुस्तृप्तिमनाप्नुवद्भिर्नवोदयं नाथमिवौषधीनाम। 2/73 इतने दिनों पर लौटने से उनकी प्रजा उन्हें ऐसा एकटक होकर देखने लगी, जैसे
लोग द्वितीय चंद्रमा के उदय होने पर से ध्यान उसे देखते हैं। 4. चन्द्र :-[चन्द+णिच्+रक्] चंद्रमा।
यथा प्रह्लादनाच्चन्द्रः प्रतापात्तपनी यथा। 4/12 जैस सबको आनंद देकर चंद्रमा ने अपना चन्द्र नाम सार्थक किया और सबको तपाकर सूर्य ने अपना तपन नाम सार्थक किया। प्रसाद सुमुखे तस्मिंश्चंद्रे च विशद प्रभे। 4/18 शरद ऋतु में रघु के खिले हुए मुख और उजले चन्द्रमा दोनों को। प्रत्युज्जगाम क्रथकैशिकेन्द्रश्चंद्र प्रवृद्धोमिरिवोर्मिमाली। 5/61 जैसे समुद्र अपनी लहरें उँचे उठाकर चंद्रमा का स्वागत करता है, वैसे ही उन्होंने भी नगर के बाहर अज के पड़ाव में उनका स्वागत किया।
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