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कालिदास पर्याय कोश त्रासाति मात्र चटुलैः स्मरयत्सु नेत्रैः प्रौढ प्रिया नयनविभ्रम चेष्टितानि।
9/58 जब उन्होंने उन हरिणों की डरी हुई आँखों को देखा, तो उन्हें अपनी युवती प्रियतमा के चंचल नेत्रों का स्मरण हो आया और उनके हाथ ढीले पड़ गए। सपदि गतमनस्कश्चित्रमाल्यानुकीर्णे रतिविगलितबन्धे केशपाशे प्रियायाः।
9/67 उन्हें देखकर दशरथ जी को रंग-बिरंगी मालाओं से गुंथे हुए और संभोग के कारण खुले हुए अपनी प्रिया के केशों का स्मरण हो आता था। रघुपतिरपि जातवेदो विशुद्धां प्रगृह्य प्रियां प्रियसुहृदि विभीषणे संगमय्य श्रियं वैरिणः। 12/104 राम ने रावण की राज्यश्री विभीषण को सौंप दी और फिर अपनी प्रियतमा सीता जी को अग्नि में शुद्ध करके। निःश्वास सहार्यांशुकमाजगाम धर्मः प्रियावेषमिवोपदेष्टुम्। 16/43 इतने में ग्रीष्म ऋतु आई, जिसने मानो इन्हें अपनी उस प्रिया का स्मरण करा
दिया, जो साँस से उड़ने वाले महीन कपड़े पहने हुए हो। 17. भामिनी :-[भाम् + णिनि + ङीप] सुन्दर तरुणी, कामिनी, स्त्री।
क्षितिरिन्दुमती च भामिनी पतिमासाद्य तमरयपौरुषम्। 8/28 पृथ्वी और इंदुमती दोनों स्त्रियाँ अज जैसे महापराक्रमी को पति के रूप में पाकर बड़ी प्रसन्न हुईं। अथ तेन दशाहतः परे गुणशेषामुपदिश्य भामिनीम्। 8/73
जिस इंदुमती के केवल गुण भर बचे रह गए थे, उस प्रिया के सब क्रिया-कर्म। 18. भार्या :-[भर्तुः योग्या + भार्य + टाप्] धर्मपत्नी।
तस्मै सभ्याः सभार्याय गोप्चे गुप्ततमेन्द्रियाः। 1/55 वहाँ के सभ्य संयमी मुनियों ने सपत्नीक राजा दिलीप का सम्मान के साथ स्वागत किया। तामेक भार्यां परिवादभीरोः साध्वीमपि त्यक्तवतो नृपस्य। 14/86
राजा ने कलंक के डर से पतिव्रता होते हुए भी अपनी पत्नी को छोड़ दिया। 19. युवती :-[युवन् + ति, ङीप् वा] तरुण स्त्री।
युवतयः कुसुमं दधुराहितं तदलके दलकेसरपेशलम्। 9/40
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