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रघुवंश
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मरुत्सखस्येव बलाहकस्य गतिर्विजघ्ने न हि तद्रथस्य । 5/27
जैसे वायु के झोंकों से मेघ कहीं भी जा सकता है, वैसे ही उनका रथ कहीं भी
आ जा सकता था।
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13. मेघ : - [ मेहति वर्षति जलम्, मिह + घञ्, कुत्वम् ] बादल ।
निवृष्टलघुभिर्मेधैर्मुक्तवर्त्मा सुदुः सहः 1 4/15
वर्षा बीत चुकी थी, बादल हट गए थे और जैसे खुले आकाश में चमकते हुए प्रचंड सूर्य का प्रकाश चारों ओर फैल गया था। शशिनमुपगतेयं कौमुदी मेघ मुक्तं जलनिधिमनुरूपं जहनु कन्यावतीर्णा ।
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यह तो बिना बादलों के आकाश में चाँदनी और चंद्रमा का मेल हुआ है और गंगाजी समुद्र में मिल गई हैं।
पुष्पकालोकसंक्षोभं मेघावरण तत्पराः । 10 / 46
पुष्पक विमान को देखकर और डरकर बादलों में छिपना छोड़ दीजिए। मेघस्येव शरत्कालो न किंचित्पर्यशेषयत्। 12/79
जैसे शरद् ऋतु के आने पर न तो बादलों का गर्जन रह पाता है, न इंद्रधनुष ही दिखाई देता है।
आभाति पर्यन्तवनं विदूरान्मेघान्तरा लक्ष्यमिवेन्दु बिम्बम् | 13 / 38 काले-काले जंगलों से घिरा हुआ दूर से ऐसा दिखाई पड़ रहा है, मानो बादलों के बीच कुछ-कुछ दिखाई देने वाले चन्द्रमा हों ।
तस्यापतन्मूर्ध्नि जलानि जिष्णोर्विन्ध्यस्य मेघप्रभवाइवापः। 14/8
वह राम के शिर पर वैसे ही बरस रहा था, जैसे विंध्याचल की चोटी पर बादलों का लाया हुआ जल बरसा करता है।
औत्पातिको मेघ इवाश्मवर्षं महीपतेः शासनमुज्जगार। 14/53 राजा की आज्ञा इस प्रकार सुनाई, जैसे कोई भयंकर बादल ओले बरसा रहा हो। मेघाः सस्यमिवाम्भोभिरभ्यवर्षन्नुपायनैः । 15 / 58
जैसे बादल धान के खेत पर जल बरसाते हैं, वैसे ही उन्होंने आकर राम के आगे भेंट के धन की वर्षा कर दी।
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पुरं नवीचकुरपां विसर्गान्मेघा विदाघग्लपितामिवोर्वीम् । 16 / 38 जैसे इन्द्र की आज्ञा से बादल, जल बरसाकर गरमी से तपी हुई पृथ्वी को हरीभरी कर देते हैं।