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SM Mahavam
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Achan Ka Beramendi
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शांतिना- ललना; बिंब सत्तावन कोडीतीहां, साठि लाख उपरि भाख. ललनां ॥ ५९ ॥ उर्द्धलोकें जिनवर थना.
भण्यां ॥ ए आंकणी ॥ इशान देव लोके देहरां, अठावीश लाख विशाल-ललना पंचाश-लाख कोडि चालीश, जिन वंदुं नित्य भाल-ललना० उर्द्ध० ॥ ६० ॥ सनत्कुमार बार लाख कयां, देहरां अति । उत्तंग-ललना; एकवीश कोडि साठि लाखवली, बिंब नमुं मन रंग-ललना० उर्द्ध० ॥६१॥ चोथे आठ
लाख देहरां, प्रतिमा चउद कोडि जाण-ललना० लाख च्यालीशज उपरिं, वंदीजे सुविहाण-खलना० on उर्द्ध०॥६॥ ब्रह्मदेवलोक पांचमें, देहरांते चार लाख०-ललना; सात कोडि वीश लाख नमो, श्रीजिन
वरनी भाख ललना० उर्द्ध० ॥६३॥ छठे सुरलोके सुंणो, देहरां सहस पंचाश-ललना० ने लाख जिनवंदीएं, आंणिमन उल्लास-ललना० उर्द्ध०॥६॥शुक्र देवलोक सातमें, देहरां सहस चालीश-ललना० बहोतेर लाख बिंब तिहां कह्यां, वंदीजें निशदिश-ललना० उर्द्ध० ॥६५॥ सहस्त्रार आठमे सांभलो,
si॥३०॥ देहरां छ हजार-ललना; दश लाख अंसी सहसवली, वंदो भाव अपार-ललना०॥ उर्द्ध ॥६६॥नवमें दशमें देवलोकें, च्यारसें देहरां जाण-ललना; बहोत्तेर सहस प्रतिमा तिहां, प्रणमो नित्य सुविहाण
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