________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
सपूत ५१७
सबात सपूत पुं० सुपुत्र. -सी स्त्री० सपूतनी सफ़ोना पुं० [अ.] अदालती समन्स (२) मा (२) सपूत होवो ते
___ नोंधपोथी (३) होडी सपेत (-द) वि० सफेद
सफीर स्त्री० पक्षीनो कलरव के तेने सपेरा पुं० सापनो मदारी बच्चुं बोलाववानी सीटी सपेला, सपोला पुं० सापोलियं; सापन सफ़ीर पुं० [अ.] एलची; राजदूत' सप्त वि० [सं.] सात; ७
सफ़्फ़ पुं० [अ. सुफूफ़] चूर्ण; भूको सप्तक पुं० [सं.] सातनुं जूथ
सफ़ेद वि० [फा. सुफ़ेद] सफेद; धोळं सप्तपदी स्त्री० [सं.] लग्ननी सप्तपदी- (२) कोरु; कशुं लख्या वगरन एक विधि
सातम सफ़ेद-पोश पुं० सफेद कपडांवाळो (२) सप्तम वि० [सं.] सातमुं. -मी स्त्री० - शिष्ट माणस; बाबु सप्तर्षि पुं० [सं.] सात ऋषिन मंडळ (२) सफ़ेदा पुं० [फा.] सफेदो (२) एक जातनी एक नक्षत्र तेटलुं व्रत इ०
केरी (३) धोळी छालवाळु एक झाड सप्ताह पुं० [सं.] सात दिननी मुदत के सफ़ेदी स्त्री० सफेदी; धोळाश(२)चूनाथी सफ़ स्त्री० [अ.] पंक्ति; हार (२) फरस धोळवू ते. -आना= घरडं थq; वाळ सफगोल पुं० इसपगोळ
धोळा थवा [स्त्री० क्रूरता सफ़दर वि० [अ.] वीर; योद्धो सफ़्फ़ाक वि० [अ.] क्रूर; घातकी. -को सफ़र पुं० [अ.] सफर; मुसाफरी (२) । सब वि० सौ; बधु (२) पूरुं; सारं अरबी बीजो मास
सबक पुं० [अ.] पाठ; शिखामण (२) सफरवाई पुं० जुओ 'सपरदाई' शिक्षा-देना,-पढ़ाना = पाठ शीखववो सफर-मैना स्त्री० [इ.सॅपर अॅन्ड माईनर (२) शिक्षा करवी. -पढ़ना, -पाना, सेनानी आगळ रस्ता इ० करनार
-लेना=धडो लेवो । सिपाहीवर्ग
सबक़त स्त्री० [अ.] बीजाथी आगळ के सफ़रा पुं० [अ.] पित्त
विशेष होवू ते. -करना, -ले जाना सफ़री वि० [अ.] सफरमा कामनुं (२) । = आगळ वधी जवू; टपी जवू पुं० सफर-खर्च कामियाब सबका सब वि० बधुं ज; पूरेपूरुं सफल वि० [सं.] फळवाळं; सार्थ; सब कुछ वि० एकएक; बधु ज सफ़हा पुं० [अ.] सफो; पार्नु सबत करना=(कागळ दस्तावेज पर) सफ़ा वि० [अ.] साफ (२) पाक; पवित्र सही दस्कत (के महोर) करवां (३) लीसुं; सपाट
सबद पुं० (प.) शब्द; वाणी सफाई स्त्री० सफाई; स्वच्छता (२)माम- ____ सबब पुं० [अ.] कारण; हेतु (२) साधन
लानी पतावट; तोड सत्यानाश . सबर पुं० सबूर; सब्र' (२)वि०(प.) सबळ सफ़ाया पुं० सफाचट-पूरुं थई जq ते(२) सबल वि० [सं.] सबळ (२) सेनायुक्त सफो वि० [अ.] साफ (२) पवित्र (३) सबा स्त्री० [अ.] (सवारनी) पूर्वनी हवा पुं० एक फारसी फकीर
सबात पुं० [अ.] स्थिरता; दृढता .
For Private and Personal Use Only