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महात्मा महात्मा पुं० [सं.] महा मोटो साधु पुरुष
(२) संन्यासी महान वि० [सं.] मोटुं; विशाळ महानिद्रा स्त्री० [सं.] मोत; मृत्यु महानिशा स्त्री० [सं.] मधरात (२)
प्रलयरात्रि महानुभाव पुं० [सं.] महापुरुष; महाशय महापथ पुं० [सं.] राजमार्ग (२) मरण महाप्रसाद पुं० [सं.] जगन्नाथनो प्रसाद- भात (२) मांस [गाळवो ते महाप्रस्थान पुं० [सं.] मरण (२) हिमाळो महाबत पुं० [अ.] भय; डर महाभारत पुं० [सं.] महाभारत के तेवो
कोई मोटो ग्रंथ (२) महान युद्ध महाभूत पुं० [सं.] पंच भूत महामना वि० [सं.] मोटा मनवाळं;
महानुभाव महामांस पुं० [सं.]गाय के मनुष्य, मांस महामारी स्त्री० कोगळियुं, प्लेग इ०
जेवो मोटो रोग महायात्रा स्त्री० [सं.] मरण महार स्त्री० [फा.] ऊंटनी नाथ महारत स्त्री० [अ.] अभ्यास; महावरो
(२) दक्षता महारथ,-थी पुं० [सं.] महान योद्धो महाराज पुं० [सं.] मोटो राजा (२) साधु संत ब्राह्मण इ० माटे आदरनो शब्द. -जी, नी स्त्री० महाराणी महारोग पुं०[सं.] कोढ इ० जेवो भारे
के असाध्य रोग. -गी पुं० तेनो दरदी महार्घ वि० [सं.] मोंधू महाल पुं० [अ. 'महल'मुंब०व०] महेल्लो (२) महाल; परगणुं (३) भाग (४) मधपूडो
महेरा महावट स्त्री० महा महिनानु मावळु महावत पुं० हाथीनो महावत महावर पुं० अळतो (पगे चोपडवानो) महावरा पुं० जुओ 'मुहावरा' महावरी स्त्री० 'महावर' नी गोटी महाशय पुं०[सं.] महानुभाव; सज्जन; 'जनाब' महि स्त्री० [सं.] मही; पृथ्वी(२)महिमा महिमा स्त्री० [सं.] महिमा; मोटाई;
माहात्म्य महिला स्त्री० [सं.] स्त्री महिष पुं० [सं.] पाडो (२) महिषासुर.
-षी स्त्री० भैस (२) राणी मही स्त्री० [सं.] पृथ्वी (२) देश; स्थान
(३) नदी (४) (प.) छाश महीधर पुं० [सं.] पर्वत (२) शेषनाग महीन वि० पातळं; बारीक; झीj (२)
कोमळ; धीमुं (अवाज माटे) महीना पुं० महिनो (२) मासिक पगार (३) रजोधर्म. महीनेसे होना= स्त्री) वेगळं बेसवं महीप, ति,-पाल पुं० [सं.] राजा महुँ अ० (प.) 'महँ'; महीं महुअर पुं० [सं. मधुकर महुवर के ते बजावी करातो एक खेल (२) स्त्री० एक जातनुं घेटुं। महुआ,-वा पुं० महुडो. ०री स्त्री०
महुडानुं जंगल महुवरि पुं० जुओ 'महुअर' महुवा पुं० जुओ 'महुआ' महूरत, -ति पुं० (प.) महुरत महेंद्र पुं० [सं.] विष्णु (२) इंद्र महेर पुं० अडचण; पंचात महेर,-रा पुं० जुओ 'महेरी'
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