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जनाई
जनाई स्त्री० दाई के तेती मजूरी 'जनाजा पुं० [अ.] शत्र ( २ ) जनाजो; (मुसलमान) मडदुं लई जवानी खाली जनानखाना पुं० [फा.] जनानो; अंतःपुर जनाना स० क्रि० जुओ 'जनवाना' जनाना वि० [फा.] स्त्रीओतुं ( २ ) नपुंसक (३) निर्बळ (४) पुं० बायलो; हीजडो (५) जनानो; जनानखानुं जनाब पुं० [ अ ] श्रीयुत; महेरबान; महाशय (आदरसूचक पूर्वग ). ०आली पुं० [अ.] जनाबे आली. - बा स्त्री० श्रीमती जनाबे मन=मान्य महोदय; जनाबे आली जनाव पुं० जणाववुं ते; सूचना जनि अ० ( प. ) ना; नहीं; मत जनु अ० ( प. ) यथा; जेम ( २ ) जाणो मानो जनून पुं० [अ.] ज्ञतून; उन्माद - नी वि० जनूब स्त्री० [फा.] दक्षिण दिशा - बी वि० जनेऊ ( - ) पुं० जनोई
जनेत स्त्री० ( प. ) जान; 'बरात ' जनेव पुं० जुओ 'जनेऊ ' जन पुं० [अ.] ख्याल; विचार; (२) भ्रम जन्नत स्त्री० [अ.] स्वर्ग. - ( - ते) अदन पुं० स्वर्गतो बाग जेमां मनुष्य प्रथम हतो मनाय छे. ती वि० स्वर्गवासी (२) ओलियुं; भोळं; भलुं जन्म पुं० [सं.] जनम ( २ ) जनमारो. ० कुंडली स्त्री० जन्माक्षर जन्मना अ० क्रि० जनमनुं जन्मांतर पुं० [सं.] बीजो जन्म; पुनर्जन्म जन्माष्टमी स्त्री० [सं.] गोकळआठम
वि० [सं.] जन संबंधी (२) देश के जाति संबंधी (३) पेदा थयेलुं जप पुं० [ सं . ] जप मंत्रनुं रटण. ०तप पुं० पूजापाठ; व्रत उपवासादि
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जन
जपना स० क्रि० जपनुं (२) यज्ञ करवो जपनी स्त्री० माळा (२) गोमुखी जफ़र पुं० [ अ ] जीत (२) लाभ जफ़ा स्त्री० [फा.] सखताई (२) जुलम (३)
कष्ट. ०कश वि०. सहनशील [ अवाज जफ़ीर (-ल) स्त्री० [ अ ] सीटी के तेनो जब अ० ज्यारे. -कभी = चाहे त्यारे.
- कि = ज्यारे. - तब = क्यारेक क्यारेक जबड़ा पुं० जडबु. ०तोड़ वि०जडवातोड जबर वि० [ अ ] 'जबरा'; जबरुं (२) मजबूत ( नाम - ई स्त्री ० ) [ बळवान जबरदस्त वि० [फा.] जबरजस्त;मजबूत; जबरदस्ती स्त्री० [फा.] जोरजुलम;
अत्याचार; बलात्कार ( २ ) अ० बळजोरीथी
जबरन् अ० [फा.] बळपूर्वक जबरा वि० जबरु (२) पुं० जिब्रा पशु जबल पुं० [ अ ] पहाड
जबह पुं० [अ.] झबे; कतल; वघ जबहा पुं० साहस; हिंमत जबान स्त्री० [फा.] जीभ (२) भाषा जबान - जद वि० [फा.] सौनी जीभे होय तेनुं प्रसिद्ध जबान-दराज वि० [फा.] लांबी जीभनुं गमे तेम - अन्चित बकनार जबान -दाँ वि० [फा.] भाषानो पंडित. - दानी स्त्री० [साक्षी जानबंदी स्त्री० [फा.] मौन (२) लखेली जबानी [वि० [फा.] मौखिक (२) मोढामोढ जबून वि० [फा.] बूरुं; खराब; अपशुकनियाळ [ जब्ती स्त्री०) जब्त पुं० [अ.] जप्त करेलुं ते. (नाम जब्बार वि० [फा.] 'जब' करनार जब पुं० [ अ ] जबरदस्ती; सखती; जुलम
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