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गलाब-पाश
१५७
गूदर गुलाब-पाश पुं० [फा.] गुलाबदानी गुस्सा पुं० [फा.] गुस्सो; क्रोध. -के गुलाबी वि० [फा.] गुलाबी रंग; गुलाब मारे भूत होना खूब क्रोध करवोअंगे- (२) पुं० गुलाबी रंग (३) स्त्री० तेथी कंप.-नाक पर रहना जरामां शराबनी प्याली (४) एक मीठाई गुस्से थq. -पीना, -पी जाना, गुलाम पुं० [अ.] गुलाम (२) सामान्य -मारना=गुस्सो रोकी लेवो-दबानोकर. -मी स्त्री०
ववो-जीतवो. -फूक देना= गुस्सो गुलाल पुं० लाल रंगनो कंकु जेवो- दूर करवो; दरगुजर करवू भूको-गुलाल
गुस्साबाज, गुस्सावर [फा.], गुस्सैल कि० गुलाला पुं० 'गुललाला' - एक फूल; क्रोधी; चीडियुं गुल्लाला
गुहना स०क्रि०गूंथq(२)बखियो मारवो गुलिस्ताँ पुं० 'गुलशन'; बाग गुहराना अ० क्रि० जुओ 'गोहराना' गुल पुं० [फा.] गळं (२) स्वर गुहा स्त्री० [सं.] गुफा गलबंद पुं० [फा.] गलपटो; गलूबंद गुहाना स० क्रि० 'गुहना' नुं प्रेरक; गुलेल स्त्री० गलोलो फेंकवानी कामठी; 'गुहवाना' गलोल
गुहार,-रि स्त्री० रक्षा माटे बूम; गोहार' गुलेलची पुं० गलोलो फेंकी जाणनार गुह्य वि० [सं.] गुप्त; पुं; छार्नु (२) गुलेला पुं० [फा. गुलूल] गलोलो (२) गूढ (२) पुं० छूपो भेद; रहस्य गलोल
गूंगा वि० जुओ 'गुंग' - मूगुं गुल्फ पुं० [सं.] चूंटी; 'टखना' गॅच स्त्री० जुओ 'गुंजा'; चणोठी गुल्म पुं० [सं.] पेटनो गोळानो रोग गंज स्त्री० गुंजन (२) पडघो (३) गुल्ला पुं० [फा.] गलोलो (२) शोर; गुल भमरडानी आर. गुल्लाला पुं० एक लाल फूल गूंजना अ०क्रि० गुंजq(२)पडघो पडवो गुल्ली स्त्री० ठळियो (२) गिल्ली; मोई गूंथना स० क्रि० गूंथवू; 'गूथना' गुवार पुं० जुओ 'ग्वाल'; गोवाळ गूदा पुं० 'गोंदा'; गूंदो; माटीनो लोंदो गुवारपाठा पुं० जुओ 'ग्वारपाठा' गंधना स० क्रि० गूंदवू; मसळवू ग्रुसल पुं० जुओ 'गुस्ल'
गू(०ह) पुं० गू; विष्टा गुसांई पु० गोसांई; गोस्वामी (२) प्रभु गूग(-गु)ल पुं० गृगळ; 'गुग्गुल' गुस्ताख वि० [फा.] (नाम,-खी स्त्री०) गूजर पुं० गोवाळनी एक जात बेअदब; अविवेकी; अशिष्ट गूजरी स्त्री० 'गूजर' स्त्री (२) पगर्नु गुस्ल पुं० [अ.] गुसल; स्नान
एक घरेणुं
['गुझिया' मुस्लखाना पुं० [फा.] गुसलखानु; गूशा वि० गुह्य; गुप्त (२) पुं० जुओ नाहवानी ओरडी
गूढ़ वि० [सं.] गुह्य; गुप्त (२) अकळ मुस्ले-सेहत पुं० [अ.] बीमारीमाथी गूथना स० क्रि० गूंथर्बु (२) सांधवू नीकळये करातुं स्नान
गूदड़ (-र) पुं० चीथरूं; धागो
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