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क़लम-क़साई
कलम- कसाई पुं० [ अ ] भणेलो छतां लोकने हानि करनारो क़लमतराश पुं० [फा.] चाकु कलमदान पुं० [फा.] कलमदानी; कलम'खडियो राखवानो डब्बो के तेवुं साधन क़लमबन्द वि० लखेलुं (२)ठीक; बरोबर क़लम - रौ स्त्री० [फा.] राज्य; सल्तनत कलमा पुं० [अ.] वाक्य; वात (२) कलमो. - पढ़ना = मुसलमान थवं (२) कशामां खूब श्रद्धा राखवी क़लमी वि。[अ.] लखेलुं 'कलम बन्द (२)
मी (आंबो इ० ) [(३) अभागी कलमुँहाँ वि० काळा मोनुं (२) कलंकित कलवरिया स्त्री० दारूनुं पीठं
कलवार पुं० कलाल कलश ( स ) पुं० [सं.] कळश; घडो (२). मंदिर इ० नुं शिखर
कलसा पुं० कलश; कळशियो ( २ ) 'मंदिरनुं शिखर
कलसी स्त्री० नानो 'कलसा' कलह पुं० [सं.] झघडो; लडाई • कलहनी, कलहारी वि。स्त्री० लडकणी; झघडाळु (स्त्री)
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कलही वि० कलहप्रिय; लडकणुं कलाँ वि० [फा.] मोटं; वडुं कला स्त्री० [सं.] कळा (२) युक्ति; छळ कलाई स्त्री० हाथनुं कांडु (२) 'कलावा' नुं अल्पतावाचक रूप [- बरफी कलाकंद पुं० [फा.] मावानी एक मीठाई कलाधर पुं० [सं.] चंद्र ( २ ) शंकर कलाप पुं० [सं.] झुंड, गुच्छ (२) मोरनुं पूंछ (३) चंद्र (४) बाणनुं भायुं कलाप पुं० [सं.] मोर (२) कोयल
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कलुष
कलाबत्तू पुं० [तुर्की-कलाबतून] कलाबूत; सोना चांदीना तारवाळो रेशमी दोरो के तेनुं मोळियुं [ उस्ताद कलाबाज वि० खेलकूद के नटक्रियामा क़लाबाजी. स्त्री० गुलांट; गोटमडुं. - करना, खाना = गोटमडुं खावुं कलाम पुं० [अ.] वाक्य ( २ ) वातचीत
(३) प्रतिज्ञा ( ४ ) वांधो; खचको कलार ( -ल) पुं० 'कलवार'; कलाल कलावा पुं० सूतरनुं कोकडु; लाल aisiest has
कलिंग पुं० [सं.] कलिंगडुं ; तडबूच (२) कालिंगड राग (३) एक प्राचीन देश feat स्त्री० [सं.] कालिंदी ; जमना नदी कलि पुं० [सं.] झघडो ( २ ) पाप ( ३ ) कलियुग ( ४ ) वि० कांळं कलिका स्त्री० [सं.] कळी कलिमल पुं० [सं.] पाप
क़लिया पुं० [अ.] रसादार पकावेलुं मांस कलियान पुं० [फा.] एक जातनो हूको कलियाना अ ०क्रि० कळीओ बेसवी (२) पक्षीने पांख आववी कलियुग पुं० [सं.] कळियुग कलींवा पुं० कलिंगड; तडबूच hot स्त्री० फूलनी के पहेरणनी कळी (२) पक्षीनी नवी आवेली पांख (३) हूकानो नीचेनो भाग (४) [अ. कलई ] पथ्थर वगेरेना टुकड़ा जेनो चूनो बने छे. -लेना = झाडने कळी बेसवी ख़लील वि० [अ.] अल्प; थोडं hter पुं० [फा.] यहूदी के ख्रिस्ती देवळ कलीसिया पुं०यहूदी के ख्रिस्ती धर्ममंडळ कलुख, - [सं.] पुं० पाप; मेल (२) वि० पापी; मलीन
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