________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
(७) विषय.
विषय. पृष्ठ. चिर्भटके नामआदि .... .... १५९ धातुरसरत्नविषवर्ग नारियलका गुण .... .... .... १६० धातुवोंका लक्षणगुण .... .... १७९ कालिंद ( तरबूज) .... .... , सुवर्णकी उत्पत्ति आदि लक्षण .... , खरबूज (त्रपुस, कर्कटी) १६१ रौप्यकी उत्पत्ति आदि .... .... पूगफल (सुपारी)
___, तांबाकी उत्पत्ति आदि .... तालके गुणलक्षण .... .... १६२ वंगके नामलक्षण .... .... कपित्थ (कैथी)
१६३ सीसकी उत्पत्ति आदि नारंगी ( तेंदुक)
१६४ लोहकी उत्पत्ति आदि कपीलु .... ....
सारलोहका लक्षण फलेंद्रा, जामुनी .... १६५ कांतलोहलक्षण .... आमलक (आंवली) १६६ अधातुवोंका लक्षण करमर्द ( करोंदा) .... ....
, तारमाक्षिक लक्षण प्रियाल ( चिरोंजी) .... .... १६७ तुत्थ (तूतिया) राजादन .... .... .... .... , कांसाका नामगुण विकंकत, वप्रबीज माषान्न
, पित्तल ( कांचीपितरी ) .... सिंघाडा, पद्मबीज, मधुक .... १६८ सिंदूरके गुण .... .... परूषक तथा लूता
१६९ शिलाजतुकी उत्पत्ति .... दाडिम (अनार) .... ,, रस और पारदकी उत्पत्ति । बहुवार तथा कतक
उपरसोंका लक्षण द्राक्षा (दाख)....
हिंगुलके नामआदि .... गोस्तनी ( मनुका)
,, गंधककी उत्पत्ति आदि .... .... भूमिखर्जूरिका ....
१७२ अभ्रककी उत्पत्ति आदि.... बादामसेव अमृतफल ... .... १७३ हरितालकी उत्पत्ति आदि .... १९८ पीलूके गुण .... .... .... १७४ मनशिलके गुण.... .... .... १९९ बीजपूर (विजोरा) .... .... , सुरमा (सौवीर ) गुण .... .... २०० जंबीरके भेद .... ....
सुहागा नामगुण .... .... निंबू मीठा निंबू कर्मरंग .... .... १७५ राजावत, चुंबक, सुवर्णगेरु । अंबीली ( अम्लवेतस ) .... .... १७६ खटी, गौरखटी तथा वालु वृक्षाम्लका नामगुण .... १७७ खर्परी, कासीस, सौराष्ट्री.... ....
कर्दम तथा बोलका गुण .... ....
०.
२०३
For Private and Personal Use Only