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सम्मति-सर सम्मति-स्त्री० [सं०] सहमति स्वीकृति राय, मत। सम्राट (ज)-पु० [सं०] वह जिसका शासन और राजाओंसम्मन-पु० [अ० 'सम्मन्स'] अदालतकी ओरसे प्रतिवादी पर हो, राजेश्वर (जिसने राजसूय यश किया है)। या गवाइको नियत तिथिपर उपस्थित होनेके लिए भेजी। सम्हलना-अ०क्रि० दे० 'सँभलना'। जानेवाली लिखित सूचना या आदेश, आह्वानपत्र । सय*-वि० सी। सम्मर्द-पु० [सं०] रगड़ना युद्ध झगड़ा, भीड़ । सयण, सयन*-पु० लेटनेकी क्रिया बिस्तर । सम्मान-पु० [सं०] इज्जत, आदर, प्रतिष्ठ। मापना। सयान*-पु० समझदारी, बुद्धिमानी । वि० चतुर । -प, सम्मानना*-सक्रि० आदर करना।
-पन-पु० चतुराई। सम्मानित-वि० [सं०] पूजित, आरत ।
सयाना-वि० प्राप्त वयस्क, प्रौढ़ अवस्थाका; बुद्धिमान, सम्मान्य-वि० [सं०] आदरणीय, आदरके योग्य । चालाक । पु० वृद्ध जन, बड़ा-बूढ़ा आदमी। सम्मार्जक-पु०[सं०] मेहतर झाट् । वि०साफ करनेवाला। सरंजाम-पु० [फा०] कामका नतीजा; पूर्ति, प्रबंध, सम्मार्जन-पु० [सं०] झाड़ना-बहारना, साफ करना । तैयारी (करना, होना)। सम्मार्जनी-स्त्री० [सं०] झाद ।
सरंड-पु० [सं०] पक्षी; लंपट; गिरगिट; द्रुष्ट व्यक्ति एक सम्मार्जित-वि० [सं०] अच्छी तरह झाड़ा-बुहारा या| आभूषण । साफ किया हुआ; हटाया हुआ नष्ट किया हुआ। सरकाक-पु० [सं०] हंस । सम्मिलन-पु० [सं०] मिलना, एकत्र होना ।-विलेख- सरकाकी-स्त्री० [सं०] हंसी । पु० (इंस्ट्र भेंट ऑफ ऐक्सेशन) वह लिखित समझौता, सर-पु० [फा०] सिर; चोटी, शीर्ष भाग; आदि, आरंभ; जिसमें किसी राज्य, भू-क्षेत्रादिके अन्य राज्यमें सम्मिलित शीर्षक: सिरा, सरदार (सरपंच); किनारा; ताश, गंजीफेकिये जानेकी शर्ते दी हो और जिसपर दोनों पक्षोंके का कोई बड़ा पत्ता (इक्का, बादशाह ३०)।-अंजाम-पु० आधिकारिक व्यक्तियों के हस्ताक्षर हों।
दे० 'सरंजाम' ।-कश-वि० उदंड; जो किसीसे न दबे सम्मिलित-वि० [सं०] साथ मिला हुआ, युक्त एकत्र।। बागी। -कशी-स्त्री० उइंडता; विद्रोह । -कार-स्त्री० सम्मिश्रक-पु० [सं०] (कंपाउंडर) अस्पतालों या पश्चिमी दे० 'क्रममें' । -खत-पु० किरायानामा; वह कागज दंगके औषधालयों में कई औषधियोंका सम्मिश्रण कर रोग- जिसपर नौकरीकी तारीखकी याददाश्त लिखी जाय । विशेपकी दवा तैयार करनेवाला कर्मचारी ।
-गना-वि० सरदार, मुखिया। -गरोह-पु० सरदार, सम्मिश्रण-पु० [सं०] मिलानेकी क्रिया मिलावट । नेता, मुखिया । -गर्मी-स्त्री० मुस्तैदी; उत्साह; दिलसे सम्मिश्रित-वि० [सं०] मिलाया हुआ, एक साथ किया और पूरी शक्तिके साथ प्रयत्न करना। -जमीन-स्त्री. हुआ मिलावटी।
देश, मुस्का राज्य । -ज़ोर-वि० सरकश, अवशाकारी । सम्मीलन-पु०[सं०] (पुष्पादिका) संकुचित होना,मुंदना । -तराश-पु. नाई; सिर मुंडनेवाला । -ताज-पु० दे० सम्मुख-वि० [सं०] जो सामने हो अनुकूल । अ० सामने। "सिरताज'।-दर्द-पु० सिरका दर्द, व्यथा, कष्ट ।-दार -कोण-पु० (वर्टिकली अपोजिट एंगिल्स):दो सरल -पु. मुखिया, नेता; सेनापति; सिखोंकी पदवी। रेखाओंके किसी एक बिंदुपर एक दूसरीको काटनेसे बने -दारनी-स्त्री० सरदारकी पत्नी प्रतिष्ठित सिख महिला। हुए आमने सामनेके कोण ।
-दारी-स्त्री० सरदारका पद । -नाम-वि० नामी, सम्मेलन-पु० [सं०] आपसमें मिलना, एकत्र होना; जम- मशहूर ।-नामा-पु० चिट्ठी पानेवालेका पता जो चिट्ठी. घट सभा आदि मिश्रण मेल ।
के ऊपर या आरंभमें लिखा जाता है, प्रशस्ति ।-पंचसम्मोदन-पु०(सेंकशन) किसी नियम, अधिनियम आदि- पु० प्रधान पंच, पंचौका मुखिया। -परस्त-वि० संरकी उच्चाधिकारियों द्वारा पुष्टि, आधिकारिक स्वीकृति ।।
क्षक सहायका वली।-परस्ती-स्त्री० संरक्षण सहायता। सम्मोह-पु० [सं०] व्याकुलता; मूर्छा, संशाहीनता; -पंच,-पेच-पु. पगड़ीके ऊपर लगानेका एक गहना अज्ञान, मूर्खता; विमोहन, वशीकरण ।
एक तरहका गोटा । -राज-वि० जिसका सिर ऊँचा सम्मोहक-वि० [सं०] बेहोश, संशाहीन करनेवाला हो; जिसे बड़ाई मिली हो, सम्मानित; घमंडी।-फरोश मुग्ध, वशमें करनेवाला।
-वि० जानपर खेलनेवाला, निडर । -फरोशी-स्त्री० सम्मोहन-वि० [सं०] दे० 'सम्मोहक' । पु० मुग्ध करना; जान देनेको तैयार होना; वीरता । -बराह-वि० प्रबंधबहकाना कामदेवका एक बाण; एक पौराणिक अस्त्र । कर्ता, कारिंदा। -बसर-अव्य० बराबर; सोलहों आने, सम्मोहित-वि० [सं०] मुग्ध किया हुआ मूच्छित । सरासर । -बाज़-वि० जानपर खेलनेवाला; निडर । सम्म्राज-पु० साम्राज्य ।
-बुलंद-वि०जिसका सिर ऊँचा हो; उच्चपदस्थ प्रतिष्ठित, सम्यक (च,म्यंच)-वि० [सं०] ठीक, सही उपयुक्त सम्मानित । -माया-पु० दे० 'क्रम'में। -व(रो)पाउचित; मनोनुकूल, प्रिया संपूर्ण, समग्र । अ० अच्छी अ. सिरसे पैरतक, नख-शिख । पु० सर्वांग । -व(रो)तरह ठीक-ठीक; पूर्णतः स्पष्टतः ।।
सामान-पु० सामान, असबाब । -शुमारी-स्त्री० सम्याना*-पु० दे० 'शामियाना' ।
सिरोंकी गिनती, मर्दुमशुमारी। -हद,-हद-स्त्री. सम्रथ*-वि० समर्थ ।
वह स्थान जहाँ कोई देश समाप्त होता हो। -हदीसम्राज्ञी-स्त्री० [सं०] सम्राटकी पत्नी साम्राज्यके शासन- वि० सीमा-संबंधी; सरहदका। -(रे)इजलास-अ० सूत्रका संचालन करनेवाली खी।
भरी कचहरीमें, हाकिमके सामने । -दरबार-१०
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