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घंट- घड़ियाली
आदि घोलना; पानीको गंदा करना ।
घंट- पु० प्रेतक्रिया में पीपलसे लटकाया जानेवाला घड़ा;घंटा । घंटा - पु० [सं०] काँसेका गोल पट्ट जिसे मुँगरीसे पीटकर पूजनमें या समयकी सूचना के लिए बजाते हैं, घड़ियाल; मंदिरों आदि में लगाया जानेवाला काँसेका लंगरदार बाजा जो लंगर हिलानेसे बजता है; घंटा बजनेका शब्द; [हिं०] ६० मिनट या २ || घड़ीका काल-मान; ठेंगा; कुछ नहीं । - घर - पु० ऊँची मीनार जिसमें इतनी ऊँचाईपर धरमघड़ी लगी हो कि बहुत दूरसे दिखाई दे । - पथ - पु० राजमार्ग, चौड़ी सड़क । -रव, - स्वर - पु० घंटेका शब्द | - वादक - पु० घंटा बजानेवाला ।
घंटिका - स्त्री० [सं०] छोटी घंटी; घुँघरू; उपजिह्वा । घंटी - स्त्री० बहुत छोटा घंटा; घुँघरू; घंटी की आवाज; जीभकी जड़के ऊपर लटकनेवाला मांसखंड, कौआ; गलेकी वह छोटी हड्डी जो आगेकी ओर निकली रहती है; लुटिया । घई * - स्त्री० भँवर; प्रवाह; थूनी । वि० बहुत गहरा । घघरा - पु० स्त्रियोंका एक पहनावा, लहँगा । घघरी - स्त्री० छोटा लहँगा ।
घट-पु० [सं०] घड़ा, कलसा; पिंड, देह; कुंभ राशि; हृदय, अंतर; कुंभक; हाथीका कुंभ; २० द्रोणकी तौल; किनारा । - कर्ण - पु० कुंभकर्ण । कर्पूर- पु० एक कवि जो विक्रमादित्य की सभा के नवरलों में थे; ठीकरा । -कारपु० कुम्हार । - ज, - योनि, - संभव - पु० अगस्त्य । -स्थापन - पु० पूजनमें किसी देवताके आवाहनार्थ घटकी
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घटा - स्त्री०जलभरे काले बादलोंका समूह, मेघमाला; [सं०] युद्ध आदि के लिए एकत्र हाथियोंका समूह । घटाई * *- स्त्री० अप्रतिष्ठा, मानहानि ।
घटाटोप - पु० [सं०] गाड़ी, पालकी आदिका ओहार जो उसे पूरी तरह ढक ले; कोई ढक लेनेवाली वस्तु, सामान; घनघटा, आडंबर |
घटाना - स० क्रि० कम करना; बाकी निकालना; मानप्रतिष्ठा में गिराना ।
घटाव - पु० घटी, कमी; अवनति; बाढ़का घटना । घटिका - स्त्री० [सं०] २४ मिनटका समय, घटी; छोटा घड़ा; एक छोटा घड़ा जिससे दिनकी घड़ियाँ मालूम की जाती थीं । - यंत्र - पु० दे० 'घटीयंत्र' |
घटित - वि० [सं०] जो हुआ हो; जोड़ा, मिलाया हुआ; जो ठीक उतरा हो; रचित । घटिताई * - स्त्री० कमी, त्रुटि ।
घटिया - वि० जो बढ़िया न हो, खराब, निकृष्ट । घटिहा - वि० धोखा देनेवाला, विश्वासघाती; नीच; मक्कार । घटी - स्त्री० [सं०] २४ मिनटका काल-मान, घड़ी; छोटा घड़ा, कलसी; रहँटकी घड़िया; समय जानने के लिए काम में लाया जानेवाला जलपात्र । यंत्र - पु० घड़ी, कालज्ञापक यंत्र; रहँट |
घटी - स्त्री० कमी; घाटा, नुकसान । घटूका * - पु० घटोत्कच ।
घटोत्कच - पु० [सं०] हिडिंबासे उत्पन्न भीमसेनका पुत्र । घटोद्भव - पु० [सं०] अगस्त्य मुनि । घटोर* - पु० मेढ़ा ।
घट्ट - पु० [सं०] घाट; चुंगी या महसूल लेनेकी जगह । -कर- पु० ( फेरी टॉल) नाव द्वारा या पुलपरसे नदी पार करने या सामान ले जाने आदि के कारण घाटपर लगनेवाला कर | - कुटी - स्त्री० चुंगीकी चौकी । -जीवी (विन्) - ५० घाटके महसूल या घटहा नावके खेवेसे गुजर करनेवाला |
स्थापना ।
घटबढ़ - स्त्री० कमी - बेशी । वि० कम-ज्यादा । घटक - वि० [सं०] करानेवाला, साधक; मिलानेवाला, योजक । पु० ब्याह तै करानेवाला, बिचुआ, दलाल; अवयव-भूत वस्तु; वंशावली सुनानेवाला; घड़ा | घटकना * - स० क्रि० पीना, गलेके नीचे उतारना । घटका - पु० आसन्नमरण व्यक्तिकी साँसका रुक-रुककर चलना, कफसे गलेका रुद्ध हो जाना (लगना) । घटती-स्त्री० कमी; अवनति; हेठी, अप्रतिष्ठा । घटन - पु० [सं०] होना, बनना; मिलाना, जोड़ना; गढ़ना । घटना - अ० क्रि० घटित होना; लगना- 'सपने नृपकहँ घटे विप्रवध'- विनय०; उक्ति या वचनका यथार्थं सिद्ध होना; काम आना; कम होना, छीजना; तौलमें कम होना; (किसी चीज की कमी होना । स्त्री० [सं०] जो बात हो या घटित हो, व्यापार, वाकिया; रचना; योजना; अचानक होनेवाली बात, हादिसा; समूहीकरण; गजदल । -क्रम, -चक्र- पु० घटनाओंका सिलसिला । घटनावली - स्त्री० [सं०] घटनाओंका सिलसिला, समूह । घटवाई* - वि० घाटवाला; रुकावट डालनेवाला - 'आवन जान न पावत को तुम मगमें घटवाई' - सू० । घटवाना - स० क्रि० 'घटना'का प्रेरणार्थक ।
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घट्टा - पु० लगातार रगड़ लगने से शरीरपर पड़नेवाला चिह्न | मु०-पड़ना - आदत पड़ना, अभ्यास होना । घड़घढ़ाना-अ० क्रि० घड़-घड़ आवाज होना, निकलना । घड़घड़ाहट - स्त्री० घड़-घड़ शब्द ।
घढ़नई - स्त्री० बाँसके ढाँचे में घड़े बाँधकर बनायी हुई काम
चलाऊ नाव |
घड़ना-स० क्रि० गढ़ना । घड़नैल-स्त्री० दे० 'घड़नई' |
घड़ा - पु० मिट्टी या धातुका, पानी रखनेका बरतन, कलसा । मु०-घड़ों पानी पढ़ जाना-बहुत लज्जित होना । घड़ाना - स० क्रि० दे० 'गढ़ाना' ।
घड़िया - स्त्री० मिट्टीका बना घड़के आकारका छोटा बरतन, कुल्हिया, सोना-चाँदी गलानेकी घरिया ।
घटवार - पु०घाटका ठेकेदारघाटकी नाव खेनेवाला; घाटिया । | घड़ियाल ५० घंटा, पहर आदि बतानेके लिए बजाया घटवारि (लि) या - पु० घाटिया; केवट ।
घटवाह - पु० घाटका ठेकेदार, घाटका महसूल लेनेवाला । घटert - पु० घाटका ठेकेदार; आर-पार जाने-आनेवाली
नाव |
जानेवाला घंटा; एक हिंसक जलजंतु, ग्राह । -का कटोरा - एक तरहका कटोरा जिससे घड़ीका काम लेते थे । घड़ियाली - पु० घड़ियाल बजानेवाला । स्त्री० पूजा के समय बजानेका एक तरहका घंटा, झालर ।
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