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गादा-गाहक गादा-पु० अधपका अनाज या फसल; महुएका फूल । गारो*-पु० गर्व; गौरव प्रतिष्ठा । गादी-स्त्री० गद्दी; एक पकवान ।
गार्ड-पु० [अ०] रक्षक, प्रहरी ट्रेनको रक्षाके लिए जिम्मेगादुर*-पु० चमगादड़ ।
दार अधिकारी जो सबसे पीछेके डब्बेमें बैठता है। गाध-वि० [सं०] जिसकी थाह मिल सके; हलकर पारगार्हपत्याग्नि-स्त्री० [सं०] एक तरहकी अग्नि जो परिकरने लायक, उथला; स्वल्प । पु० वह जगह जहाँ नदी वारमें वंशानुगत चलायी जाती है। हलकर पार की जा सके, थाह; स्थान प्राप्तिकी इच्छा। गाहमेध-पु० [सं०] गृहस्थके लिए कर्तव्य पंचयज्ञ । गाधि-पु० [सं०] विश्वामित्रके पिता जो इंद्रके अंशसे
गार्हस्थ्य-पु० [सं०] गृहस्थाश्रमः गृहस्थके लिए कर्तव्य उत्पन्न माने जाते हैं । -तनय,-सुत-पु० विश्वामित्र । पंचयश; गिरस्ती; गृहकार्य । -विज्ञान-पु० (डोमेस्टिक गान-पु० [सं०] गाना; गीत; बखान, स्तवन । -वाय- साइंस) गृहस्थीके कार्यों (रसोई बनाना, कपड़े सीना आदि)पु० गाना-बजाना । -विद्या-स्त्री० संगीत-विद्या । का विवेचन करने तथा उनकी शिक्षा प्रदान करनेवाला गाना-स० कि० लय-तालके साथ शब्दोंका उच्चारण करना; शास्त्र। किसी गीतको ताल-सुरके साथ कहना; वर्णन करना, बखा- गाल-पु० चेहरेके दोनों ओरका ठुड्ढी और कनपटीके नना (गुण गाना); स्तुति करना; मीठे बोल बोलना बीचका भाग, कपोल, रुखसारा मुँहजोरी, वाचाल ता; (कोयल आदिका)। पु० गीत, गान ।
मध्य; मुँह (कालके गालमें); झींक। -गूल*-पु० व्यर्थ ग़ाफिल-वि० [अ०] गफलत करनेवाला, बेखबर, असाव- बात। -मसूरी*-स्त्री० एक पकवान । मु०-करना*धान, लापरवा।
बढ़-बढ़कर बात करना; मुंहजोरी करना-'गाल करब गाभ-पु० दे० 'गाभा'; पशुका गर्भ ।
केहिकर बल पाई'-रामा० । -फुलाना-गर्व जताना; गाभा-पु. कल्ला, कोंपल; डाल; पेड़ आदिका हीर। मुँह फुलाना, रूठना ।-बजाना-बढ़-बढ़कर बात करना; गाभिन-वि० स्त्री० गर्भवती (गाय, भैस आदि) । बकवास करना । -मारना-डींग हाँकना; मुँह में ग्रास गाम-पु० * दे० 'ग्राम'; [फा०] पाएँ, पद; डग लगाम । डालना । -में जाना-मुँहमें पड़ना । गामी (मिन्)-वि० [सं०] गमन करनेवाला, जाने, चलने-गालन-पु० [सं०] निचोड़ना; गलाना। वाला; पहुँचनेवाला; संभोग करनेवाला (केवल समासांतमें)| गालना*-स० कि० बोलना, दे० 'गाहना। गाय-स्त्री० [हिं०] गोजातीय मादा पशु जो दूध देनेवाले गालप-पु० [सं०] एक ऋषि जो विश्वामित्रके शिष्य थे; पशुओंमें सर्वप्रधान और हिंदूधर्म में पूज्य मानी जाती है, पाणिनिके पूर्ववती एक वैयाकरण,लोधातेंदू एक स्मृतिकार। धेनु; बहुत सीधा, दीन आदमी (ला०)। -गोठ-सी० गाला-पु० धुनी हुई नरम रुईका गोला, पूनी; * मुंहजोरी। वह बाड़ा या छप्पर जिसमें गाये रखी, बाँधी जायँ, गालि-स्त्री० [सं०] गाली। गोष्ठ ।
गालित-वि० [स] निचोड़ा हुआ; गलाया हुआ। गायक-पु० [सं०] गानेवाला, गवैया अभिनेता। ग़ालिब-वि० [अ०] जीतनेवाला, विजयी प्रबल । गायकवाड़-पु० बड़ौदानरेशकी उपाधि ।
गालिबन्-अ० [अ०] संभवतः, अधिकतर संभव है। गायत्री-स्त्री० [सं०] एक वैदिक छंद या उसमें रचित एक गालिम-वि० दे० 'गालिब'। वैदिक मंत्र, सावित्री; दुर्गा; गंगा।
गाली-स्त्री० गंदा या अश्लील शब्द, अपशब्द; चरित्रपर गायन-पु० [सं०] गवैया, गायक; गाना।
लांछन लगानेवाली बात; विवाहादिमें गाया जानेवाला ग़ायब-वि० [अ०] छिपा हुआ; अनुपस्थित लुप्त; अदृश्य ।। अश्लील गीत । -गलौज,-गुप्ता-स्त्री० एक दूसरेको गार-स्त्री० गाली। प्र० [फा०] करनेवाला (खिदमत- गालियाँ देना; अपशब्द, दुर्वचन।
गार, गुनहगार); साधन (यादगार); योग्य (रुस्तगार)। | गालू*-वि० गाल बजानेवाला; शेखी बघारनेवाला । गार-पु० [अ०] गडढा, गर्त; गुफा, खोह; माँद । गाल्हना*-स० क्रि० बोलना, कहना। ग़ारत-स्त्री० [अ०] लूट-मार; तबाही, बरबादी (करना, | गाव-पु० [फा०] गाय, बैल; वृष राशि। -कुशी-स्त्री० होना) । वि० नष्ट; तबाह । -गर-पु० लुटेरा।
गोवध । -खाना-पु० मवेशीखाना; मुर्दा जानवरोंकी गारद-स्त्री० [अं० 'गार्ड'] सैनिकोंकी टुकड़ी जो किसी खाल उतारनेकी जगह । -ज़बाँ,-ज़बान-पु. एक स्थान, व्यक्ति आदिकी रक्षापर नियुक्त की गयी हो पहरा; प्रसिद्ध वनौषधि । -तकिया-पु० बड़ा तकिया, मसनद । रक्षक, प्रहरी।
-दी-वि० मूर्ख, बुद्धू , जड़बुद्धि । -दुम,-दुमागारना -स० कि. निचोड़ना; * घिसना, रगड़ना; वि० जो ऊपरसे नीचेको पतला होता जाय, ढालू । गलाना; * त्यागना; नष्ट करना ।
गावन*-स्त्री० गानेका ढंग । गारा-पु० मिट्टी या चूने-सुखीका लेप जिससे इटें जोड़ी गास*-पु० दुःख, संकट ।
जाती हैं। पलस्तरके लिए बनाया हुआ मिट्टीका लेप । गासिया-पु० जीनपोश । गारी*-स्त्री० दे० 'गाली' ।
गाह-वि० [सं०] गाहन करनेवाला । पु० अवगाहन; गारुड-वि० [सं०] गरुड़-संबंधी। पु० साँपका जहर दूर गहराई; * ग्राहक; पकड़; मगर, ग्राह । स्त्री० [फा०] करनेवाला मंत्र; गरुड़ास्त्र गरुड़-व्यूह सोना ।।
स्थान, जगह: समय, काल; बारी । गारुडिक, गारुडी(डिन)-पु० [सं०] साँपका जहर गाहक-पु. ग्राहक, खरीदार; कद्रदाँ [सं०] अवगाहन उतारनेवाला, विषवैद्य; सँपेरा।
करनेवाला।
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