________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir क्षान्तिः क्षमा / 2. // जातिजन्म ब्रह्मसत्ता वा // 21 // लज्जा पा // 22 // शान्तिः शम: // 23 // श्रद्धा या देवी सर्वभूतेषु क्षान्तिरूपेण संस्थिता / नमस्तस्यैः // 20 // या देवी सर्वभूतेषु जातिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यैः // 21 // या देवी सर्वभूतेषु लज्जारूपेण संस्थिता। नमस्तस्य 0 // 22 // या देवी सर्वभूतेषु शान्तिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्य 0 // 23 // या देवी सर्वभूतेषु श्रद्धारूपेण संस्थिता। नमस्तस्य 0 // 24 // या देवी सर्वभूतेषु कान्तिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्य 0 // 25 // या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता / नमस्तस्यै 0 // 26 // या देवी सर्वभूतेषु वृत्तिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै० // 27 // या देवी सर्वभूतेषु स्मृतिरूपेण संस्थिता / नमस्तस्यैः // 28 // फलावण्यम्भावनिथयः // 24 // कान्सिर्लावण्य मिच्छा वा // 25 // लक्ष्मी सम्पत्तिः // २८वृत्ति विकामानता वा // 27 // स्मृतिः संस्कारजन्य ज्ञानम् // 28 // For Private and Personal Use Only