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म पुं० 'प' वर्गका अनुनासिक होवं = अक्ल ठिकाने न होना; अक्ल मकदूर स्त्री० देखिये 'मगदूर' जाती रहना (२)पागल होना। -तुं मकबरो पुं० क़ब्रिस्तान (२) मकबरा असेलं, चसकेलं = पागल।-नुं फरेलं, मकरकूदी स्त्री० उछल-कूद; ऊधम फाटेलु उच्छृखल; घमंडी; मिजाजी। मकला अ०क्रि० मुसकराना; मुलकना -पाकी जq= बकवाससे खोपड़ी [प.] (२) खूब खुश होना
खाली हो जाना; दिमाग थक जाना। मकाई स्त्री०; पुं० मक्का; मकई
-फर, फरी जq=क्रोध, धूप मकाईडो(-दो)में पुं० मक्केकी बाल; आदिसे माथे पर बल पड़ना; सिर भुट्टा
['मंकोडी' आदि चकराना, घूमना। -बहेर मारी अर्बु मकोडी स्त्री०, (-ओ) पुं० देखिये = अक्ल काम न करना; अक्ल मारी मक्कम वि० पक्का; अटल; दृढ़
जाना। - भमी जy = व्यग्रचित्त हो मखमल न०; स्त्री० मखमल (कपड़ा) जाना; अक्ल जाती रहना; अक्ल मल्लीचूस वि० मक्खीचूस; कंजूस ठिकाने न रहना। -मां आव, मग पुं० मूंग। [-नुं नाम मरी (न देवं, ऊतर, खयालमें आना; समझाम पार) =जबान न खोलना; कुछ न आना। -मांची खास भूलना; बोलना (युक्तिसे या किसी रहस्यसे)। निकल जाना;बिसरना । -मां पवन (मों मां) मग ओरवा, भरवा= भराको दिमाग सातवें आसमान जवान पर ताला लगाना; मौनाव- पर होना. . . [पच्ची लंबन करना.]
मगजमारी स्त्री० मग़जपच्ची; माथामग पुं० मार्ग; मग [प.] (२)स्त्री० मगनी स्त्री० देखिये 'मुगजी'
ओर; तरफ़ (३)अ० ओर; दिशामें ममत न०मच्छर; डांस [भगतराममगज पुं० बेसनकी एक मिठाई तुच्छ; नाचीज.] मगज न० मज़; भेजा (२) पुं० फलकी मगतुं वि० कुशादा; चौड़ा; लंबा-चौड़ा गिरी; गूदा; मरज [-कहपुं करतुंनषी मगवळ पुं० मूंगके लड्डू; मगदल =दिमाग काम नहीं करता; अक्ल काम मपदळ न० मुगदर; मुद्गर नहीं करती है (२) दिमाग चक्कर मगळियो पुं० मुगदर [हिम्मत काटता है (३)पित्ता खोलता है ; गुस्सा मगर स्त्री० मक़दूर; शक्ति; बस; आ जाता है।-ससी जई-पागल हो मगन वि० मगन; राजी; अति प्रसन्न जाना। -जाई जई, साईं मरख खा मनन पुं० जगह; अवकाश जाना; खोपड़ी चाट जाना।-बसपी मगळी स्त्री० मूंगफली
-पागल होना। कान मार पुं० मगर; घड़ियाल
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