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-बरी
बरी स्त्री० खीस ; पेउसी; पेयूष बरु पुं०; न० नरकट; नेज़ा बरो पुं० मिज़ाज; मग़रूरी (२) नखरा (३) शेखी (४) अति ज्वरके कारण होटके कोनेके पास होनेवाली छोटी फुंसियाँ: [' बराबर' आदि बरोबर ( - रियुं, - रियो, -री) देखिये बरोळ स्त्री० तिल्ली ; प्लीहा बलके अ० बल्कि; किंतु प्रत्युत बला स्त्री० कष्ट देनेवाली वस्तु या व्यक्ति; बला (२) आफ़त; बला । [-जवी, टळवी बला टलना ।-लेवी = बलायें 'लेना । - बहोरवी = बला मोल लेना । -जाणे !, -रात जाणे ! = (मेरी) बला जाने ; मैं नहीं जानता. ] बलिहारी स्त्री० खूबी ( २ ) वाहवाही बलूच (बी) पुं० बलूचिस्तानका निवासी बहूची ( २ ) वि० बलूचिस्तानका बलून न० बैलून; विमान; वायुयान बले (-लो, -ल्लं) युं न० चूड़ी । [बलैयां कहे
रवां = स्त्रीका ब्याह करना या किसीके घर बैठना; चूड़ियाँ पहनना (२) नामर्द बनना; चूड़ियाँ पहनना (व्यंगमें).] बस अ० बस; काफ़ी (२) निश्चय या दबाव बतानेवाला शब्द ; बस । [ -कर = बंद करना; बस करना। -थबुं काफ़ी हो जाना.]
बस स्त्री० मोटरबस
बसी स्त्री० रक़ाबी; तश्तरी सूर्य वि० देखिये 'बेसूरु ' बसें ( - सो ) ( सॅ० ) पुं० दो सौ; २०० बहरं वि० दोहरा
बहलाव स० क्रि० मज़बूत करना; विकास करना (२) फैलाना (३) प्रफुल्लित करना; बहलाना [ला.]
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बहेक
बहादुर बि० बहादुर; शूरवीर बहादुरी स्त्री० बहादुरी; पराक्रम । [- मारवी = बहादुरीका दम भरना या शेखी बघारना. ]
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= प्रकट
बहानुं न० बहाना; मिस । [ -आप किसी बहानेका निमित्त होना . ] बहार पुं०; स्त्री० बहार; शोभा ; ज्ञान (२) आनंद ; बहार ( ३ ) वसंत ऋतु; बहार; वसंतका आनंदभरा उन्मादक समाँ । [ - आवबी = लुत्फ़, मजा आना.] बहार अ० बाहर । [-आवबुं = होना । —एटलं अंदर = बड़ा घाघ; बाहरसे सरल पर भीतरसे चालाक । -पडबुं : = खुलना; जाहिर होना ( २ ) (पुस्तक) शाया होता. ] बहारवटियो पुं० बाग़ी; विद्रोही (२) लुटेरा [ बगावत बहारवयुं न० डाकाज़नी; डकैती (२) बहारवासियो पुं० बाहरंवाला; भंगी बहाल वि० बहाल; मंजूर; कायम बहाली स्त्री० बहाली; स्वीकृति बहिर्गोल वि० जिसकी सतह बाहरको उठी हो; उन्नतोदर
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=
बहु वि० (२) अ० बहु; बहुत खूब । [ -करी = कमाल किया । ययुं = अब बस करो; रुक जाओ ( २ ) हद हो गई । - सारं = भले; अच्छा; ठीक. ] बहुमती स्त्री० बहुमत; कसरतराय ( २ ) एक पक्षसे दूसरे पक्ष के मतोंकी अधिकता बहुरूपी वि० अनेक रूपोंवाला; बहुरूप (२) पुं० अनेक रूप धरनेवाला; बहुरुपिया बहुवचन न० बहुबचन बहेक स्त्री० महक; खुशबू बहेक अ० क्रि० महकना (२) छकना; आवारा होना; बहकना