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पक्षकार वि० (२)पुं० पक्ष करनेवाला;
तरफ़दार पक्षपात पुं० पक्षाघात; लकवा; पक्षघात पक्षपात पुं० पक्षपात; तरफ़दारी पक्षपाती वि० पक्षपाती पक्षापक्षी स्त्री० पक्ष बनना; दल बन जाना; जुदाईकी भावना (२) तरफ़दारी; पक्षपात पक्षी न० पक्षी; चिड़िया पलवाज स्त्री० पखावज; मृदंग पसवारिक वि० हर पन्द्रहवें दिन होनेवाला; पाक्षिक (२) न० पन्द्रहवें दिन प्रकट होनेवाला समाचारपत्र;
पाक्षिक
पसवारियं न० देखिये 'पखवाड़े पनवाई न० पखवाड़ा; पास पसाब स्त्री० पखावज; मृदंग पताल स्त्री० पखाल पताल स्त्री० फूल आदि उठाकर सायंकालमें देवस्थानको धोना (२)धोना; पखारना पसाली पुं० भिश्ती; सक्का पसाळ, स० क्रि० पानीसे घोना;
पखारना पग पुं० पग; पैर; पांव (२)माना-जाना [ला.](३)मूल; जड़। -आववा% पांवोंमें चलनेकी ताक़त आना (२) स्वाश्रय पर या अपने बल पर खड़े । रहनेकी शक्ति आना (३) हवा होना; गायब होना ।-उठावदा, उपारवा%3 वेगसे चलना; पांव बढ़ाना (२) खिसक जाना; भाग निकलना।-काहयो= आना-जाना बंद करना (२) चलन रोकना; प्रभाव दूर करना (३) हटाना; दूर करना(४)अलग होना;
पगरस्तो दूर होना। -बलावकोपांव उठाकर चलना। -बोई पीवा = एहसान मानना; आभारी होना। - ऊपरवा = संकोच होना; शर्म आना। -पाछा परवा-हिम्मत न चलना; सकुचाना। -मांरखो पांव जमाकर खड़ा रहना (२)आगे बढ़ना; पांव उठाना (३) प्रवेश करना; पैर रखना (४)व्यवसाय आरम्भ करना। -बाळबोआराम लेना; सुस्ताना। पगे पर पांव पड़ना (२) शरण स्वीकार करना। पगे लागq=पांवोंमें गिरकर नमस्कार करना; मत्था टेकना; पांव छूना (२)माफ़ी मांगना; पांव पड़ना। पगे लाग्या = हारे; थक गये; तोबा.] पगचंपी स्त्री० पविचप्पी पगचार पुं० (घाटपर) थोड़ी सीढ़ियों
के बाद आनेवाली चौड़ी सीढ़ी पगवियु न० सीढ़ीका डंडा; सीढ़ी; पाया पगली स्त्री० पगडंडी (२) पटरी; 'फुटपाथ' पगवंग स्त्री० पगडंडी पगपाळू वि० पैदल; पांव-पांव पगपेसारो पुं० पैठ; रसाई; दखल(२)
आना-जाना [ला. [-करवो-धुसना.] पगभर वि० अपने पगपर खड़ा रहनेवाला; स्वावलम्बी पगर पुं० देवरी (खलियानमें) पगरखं न० जूता; पगरखा पगरण न० अच्छा अवसर; प्रकरण(२)
आरंभ; शुरू . [जाना [ला. पगरवं पुं० चाप; आहट (२) आनापगरवट स्त्री० पगडंडी (२) चलनेसे होनेवाला निशान; पैर; पदचिह्न पगरस्तो पुं० पगडंडी .
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