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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir कोरियो कुंभार १०२ कोठी कोकडियो कुंभार पुं० एक पक्षी;महोखा कोट स्त्री० गरदन। -मां माळा में कोकडी स्त्री० कुकड़ी; लच्छी (२) हैयामा लाळा=मुखमें राम और बगल में झुर्रा (३) सुखाई हुई खिरनी छुरी; दंभ । कोटे बांध-गले मढ़ना. कोकडं न० बड़ी कुकड़ी; लच्छा (२) (जिम्मेदारी); साथ कर देना । कोटे (शरीर या चमड़ीका) ऐंठना, सिकुड़ना चळग-गले पड़ना (२) बोझ बनना. या झुर्रा पड़ना (३) पेचीदा मामला; कोटगी स्त्री० कोठरी टेढ़ी खीर; उलझा हुआ कामकाज । कोटई न० मिट्टीका छोटा घर(२)दीवार [-उकेलq= उलझे हुए सूतकी लच्छी कोटलुंन०कड़ा छिलका(२)निस्सार चीज खोलना (२) किसी काममें आई हुई कोटलो पुं० मिट्टीका पिटारा (२)कोठार 'अड़चन, कठिनता या उलझन दूर कोटवाल (-ळ) पुं० कोतवाल (२) करना। -गूंचवा, गूंचायूं मामला ___एक अल्ल उलझनमें पड़ना; हल न होना.. कोटवाली (-ळी) पुं० स्त्री० कोतवाली कोकरवरj,कोकरवायं कुनकुना कोटि स्त्री० कोटि ; करोड़ (२)कमानका कोगळियं (कॉ)न० हजा; 'कॉलेरा' सिरा (३)किसी वादका पूर्वपक्ष (४) कोगळो (कॉ) पुं० मुंहभर पानीका पूंट दर्जा; कोटि; श्रेणी (५)परमोत्कर्ष या कोई भी तरल पदार्थ (२)कुल्ला; कोटिकोण पुं० कोटिकोण; 'कोम्प्लिमें टरी एंगल' कुल्ली।[-करपो=कुल्ली करना (२) कोठियुं न० छोटी नाव; डोंगी (२) मातमपुरसी करना (३)संबंध-विच्छेद गुल्ली-डंडेके खेलमें एक दाव (३) करना; नाता तोड़ देना.] जानवरोंके गलेमें बांधी जानेवाली कोच पुं० कोच; सोफ़ा (२) छपरखाट गोल लकड़ी (३)एक तरहकी गद्देदार बग्घी; कोच कोटीलो पुं०मुठिया (धुनकीकी) कोच न० चुभ जानेसे बना हुआ छिद्र छेद कोठली स्त्री० कुठली; छोटी कुठिया कोच वि० छेदोंवाला (२)बहुत पुराना (२) मिट्टीकी छोटी मंजूषा कोचलंन० छिलका (फल, अंडे आदिका) कोठलो पुं० मिट्टीकी बड़ी मंजूषा कोचववं स० क्रि० दिल दुखाना ( खानेकी चीजें रखनेकी) (२) कोचवं स० क्रि० कोंचना; चुभाना(२) कोठार; भंडार सेंध लगाना (३) दिल दुखाना [ला.] कोठायुद्ध न० चक्रव्यूहका अटपटा युद्ध कोट पुं० कोट; परकोटा(२)शत्रु न घुसने कोठार पुं० कोठार (२) तहखाना या --भेदने पावे ऐसी व्यूह-रचना (३) चार दीवारोंका बनाया हुआ पक्का डंडवारा; चहारदीवारी (४) किलेका ऊँचा कुठला; कोठा (३)भंडार; बखार भीतरी भाग (४) खजाना; कोश कोट पुं० कोट; बड़ा अंगरखा (२) कोठारियं न० छोटा कोठार [अल्ल (ताशके खेलमें) एक पक्षका जल्दीसे कोठारी पुं० कोठारी; भंडारी (२)एक सातों सर (हाथ) करना और कोठी स्त्री० मिट्टी या धातुका गोल विपक्षको एक भी न करने देना ऊँचा पात्र; कोठी (२) कोठा; बखार For Private and Personal Use Only
SR No.020360
Book TitleGujarati Hindi Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGujarat Vidyapith
PublisherGujarat Vidyapith
Publication Year1992
Total Pages564
LanguageGujarati, Hindi
ClassificationDictionary
File Size13 MB
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