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१७ द्वितीय श्रुतस्कंधका उपक्रम
प्रथम वर्ग-पहला अध्ययन १८ कालीदेवीका वर्णन
७६१-८०५ दूसरा अध्ययन १९ रात्रीदेवीका वर्णन
८०६-८१० तीसरा अध्ययन २० रजनी दारिका के चरित्रका निरूपण
८११-८१४ दूसरा वर्ग २१ शुंभानिशुंभादि देवीयोंके चरित्रका वर्णन
८१५-८१९ तीसरा वर्ग २२ अलादि देवियोंके चरित्रका वर्णन
८२०-८२५ चौथा वर्ग २३ रूपादि देवियों के चरित्रका वर्णन .
८२५-८२८ पांचवा वर्ग २४ कमलादि देवियों के चरित्रका वर्णन
८२९-८२३ छट्ठा वर्ग २५ उत्तरदिशाके इन्द्र महाकाल आदिकोंकी अग्रमतिषियों का वर्णन ८३४-८३५
सातवां वर्ग २६ सूरमभादि देवियों के चारित्रका वर्णन
८३६-८३८ आठवां वर्ग २७ चन्द्रप्रभादि देवियों के चरित्रका वर्णन
८३९-८४२ नववा वर्ग २८ पमादिदेवियों के चरित्रका वर्णन
८४२-८४५ दशवा वर्ग २९ कृष्णादि देवियोंके चरित्रका वर्णन
८१६-८५१ ३० शास्त्र प्रशस्ति
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