________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 181 धातुसंग्रह. शो. प. 4. तनूकरणे. तनूकरणं तक्षणम् छोस, पातj 42j, धारवाj 42. श्यति काष्ठं वर्द्ध किः सता२ ॥४ने छ।पो. शातिः (तक्ष), संशितव्रतः (साधु), निशा, शाला, शिशुः, शादः (61), आशा (पांच). शोण, (3) प. 1. वर्णगत्योः. 122, सास 42, 24. शोणति वस्त्रम् पखने रंगछे. शोणितः (ति), शोणः (मास), 1 शोणी, 2 शोणा (मास), शोणः (नह), शोणितम् (३धि२). शौद, (3) प. 1. गर्वे. गर्व ४२यो. शोटति . गर्व 427. शौटीरः (52), शौटीर्यम् (शोथ). श्रुते, (इर् ) प. 1. क्षरणे. 52. श्चोतति परछे. चूतकः (12). इच्युत्, (इर् ) प. 1. क्षरणे. 52j. श्च्योतति परेछ. थ, (अ. म्) प. 1. हिंसाः 6. नथति हणुछ. श्मील, (अ) प. 1. निमेषणे. निमेषणं संकोचः, संशेय. इमीलति नेत्रम् नेत्र सहीये. श्ये, (इ) आ. 1. गतो. . श्यायते तयछ. श्यालः = सालो = सागो. शोनं घृतम् ठाधी. शीतः वायुः यासतो वायु. श्यामाकः = सामओ =सामो. श्येनः (मान), अवश्याय (हिम). श्रक, (इ) आ. 1. गतो. 4. श्रंकते नय. श्रग, (इ) प. 1. गत्यर्थः. or. थंगति गयछे. श्रण, (अ. म्) प. 1. दाने गती च. 1.2 4. श्रणति छे इ०. णौ श्रणयति अपछि . श्रण, (अ) उ. 10. दाने. 3. श्राणयति-ते. विश्राणयति - ते छे. 1 विश्राणनम्, 2 विश्राणना (हान). श्रौं, (अ. म्) प. 1. हिंसार्थः. 6. श्रथति छ. णो - श्रथयति शविछे. श्रथ, (इ) आ. 1. शैथिल्ये. शैथिल्यमगाढता. शिथिल-डीय. नरम 57. श्रंथते नीवी नीवी हीली थायछ. 1 शिथिरः, लत्वे- 2 शिथिल: (दाल). श्रथ, (अ) उ. 10. मोक्षणे हिंसायां च. 1 भू५g, छोj, dr. 2 4. श्राथयति --ते, अथति भू इ०. For Private And Personal Use Only