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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir धातुसंग्रह. 131 मा, (ङ) प. 2. माने. मानं वर्त्तनम्. अकर्मकोयमुपसर्गवशात्, अर्थातरे सकर्मका. भा, समापुं. माति पात्रे जलम् पात्रमा मायछे. मा धातु मम छ ते उपसर्ग मातi मर्थ ने सर्भ यायचे. परिमाति मुष्टिना उदरम् मुहीवडे पेटने मापेछ. माया (15), 1 मितः, परिमितः (गणुस), विमानः (११वाहन), माला (सभास), मानम्, परिणाम. मा, (ङ) आ. 3. माने शब्दे च. 1 मा. 2 मा५, लघु, 3 21566 २वो. मिमीते भाय. मानम्, उपमानम्, अनुमानम्, परिमाणम्, प्रमाणम्, प्रमेयम्, प्रमितिः, प्रमा (नान), निर्माणम् (4s), मा, (ङ) आ. 4. माने. माधु, समापुं. मायते भायछे. मायते = मायइ = भाय. मितम् (गाय), माक्ष, (इ) प. 1. कांक्षायाम्. 427. मांक्षति छे. मान (अ) आ. 1. जिज्ञासायाम. विया२युं, MU27. मीमांसते वियारछ. मीमांसा (विया२९), मामांसकः (1 पिया२४, 2 वेधणी), मान, (अ) उ. 10. पूजायाम्. 5 पुं. मानयति--ते, मानति पूछे. मानति = मानइ- भाने. मानम्, मानसम् (url), माता (E+ :). मार्ग, (अ) उ. 10. संस्कारगत्योः. 1 सुधार, 2 . मार्गयति - ते सुधार. मार्गः == मग्गो = भाग. मार्ग, (अ) उ. 10. अन्वेषणे. 1 गोण, तपासयु, 2 भागपुं. मार्गयति-ते, मार्गति भोणे. मार्गति = मग्गइ = भागे. मार्गणम् = भागयु. मार्गः = मग्गो = भाग. मार्गणः = मग्गणो = भाग (या-43), मार्गितम् = मग्गिरं = भा२यु. मार्ड, (अ) उ, 11. शब्दार्थे शुद्धौ च. 1 2106 ४२वो, 2. शु६ 42j, शोध. मार्जयति -- ते 256 27 इ०. मार्जनम् (शुक्षि), मार्जारः (भाग२, मसाजे). मार्जितम् = मजिरं = wiry. माह, (2) उ. 1. माने. माधु, समा. माहति - ते समायछे. माहा (गाय), For Private And Personal Use Only
SR No.020313
Book TitleDhatu Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
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Publisher
Publication Year
Total Pages210
LanguageGujarati, Sanskrit
ClassificationBook_Gujarati
File Size9 MB
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