________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 120 धातुसंग्रह. = मो• भंगुरः (लागेम), क्षणभंगुर: (क्षविना२१), भंगः, अभंगः, भंगा (AAI), भक्तुम् = Misrql == Minaa. भंजनम्, प्रभंजनः (वायु). भद, (अ) प. 1. भृतो. भृतिवेतनं भरणं च. 1 भूख 42j, 2 नपुं, 3 पो 5. भटति भूय 422. भटः (नक्ष), 1 भाटम् = ME = मा. 2 भाटकम् (मा), भाटिः (भैथुनमूल्य). भद, (अ. म्) प. 1. परिभाषणे. परिभाषणं सनिंदोपालभः. 1 मोल, 2 450 सो यो. भटति मोलछे इ०. गौ-भटयति. भट्टः. भड्, (इ) आ. 1. परिभाषणे. परिभाषण सनिंदोपालंभ: परिहासश्च. 14ओयो, 2 सयुं, 3 २म. भंडते लाउछ. भंडते = भंडइ = ला3. भंडः His (हसाबना२). भइ, (इ) उ. 10. कल्याणे. ४६याए४२j-ययु, भंग ४२पुं--पु. भंडयति- ते (ल्या 42), भंडना (ल्या). भण, (अ) प. 1. शब्दार्थः- मोस. भणति मोतछे. भणति = भणइ = मो. भणितम् = भणिभं == मएयु. भणनम्, भाणः (याले), भंड:भंडो = मांड. (1 साना२, 2 मंसिन). भद्, (इ) आ. 1. कल्याणे सुखे प्रीती च. कल्याणं श्रेयः, सुखं सत्कर्मोदयाच्छु भानुभवनम्, प्रोतिर्मोहनीयविपाकः. 1 श्रेय ४२-ययु, 2 सुप ४२-ययु, '3 श्रीति ४२वी. भंदते श्रेय ४२छ इ०. भंदनः (श्रेय 42 // 2), भदंतः (505), भद्रम् (इल्याए). भर्भ, (अ) प. 1. हिंसायाम्. 6. भर्भति ऐछे. मर्क्स, (अ) आ. 10. तर्जने. धमाप, ति२४२ ४२वो, म५४।२वा मो वी. भर्सयते ति२२४।२ 422. भर्सनम्. (म५४२५९). भ, (अ) प. 1. हिंसायाम्. 65. भवति हऐछ. भल, (अ) आ. 1. परिभाषणहिंसादानेषु. 1 गोलयु, २४मो यो, 365j, __4 . भलते मोलछ इ०. भालूकः (27), शंभली (49). भल्, (अ) आ. 10. आभंडने. आभंडनं निरूपणम्. 1 निहाल, 2 85 , भालयते, निभालयते छे. निभालयते = निहालइ = निहाल = •याणे. For Private And Personal Use Only