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[ 193 ] Fol 385b. इत्यार्षे रविषेणाचार्यप्रोक्त पद्मपुराणे त्रिभुवनालंकारसंक्षोभाभिधान'
नाम त्र्यशीतिम पर्व ॥३॥ Fol 386b. इत्याचे रविषेणाचार्यप्रोक्त पद्मपुराणे त्रिभुवनालंकारसमाभिधान नाम
चतुरशीतिम पर्व ॥४॥ Fol 391b. इत्यार्षे रविषेणाचार्यप्रोक्त पद्मपुराणे भरतकेकयानिःक्रमणाभिधान नाम
षडशीतिम पर्व ॥८६॥ Fol 392a. इत्यार्षे रविषेणाचार्यप्रोक्त पद्मपुराणे भरतनिर्वाणगमन नाम पर्व ॥८॥ Fol 393a. इत्याचे रविषेणाचार्यप्रोक्त पद्मपुराणे राज्याभिषेकाभिधान विभागदर्शनं
नाम पर्ख ॥८॥ Fol 396a. इति पद्मायने मधुसुदरवधाभिधान नाम पर्व ॥८६॥ Fol 296b. इत्यार्षे रविषेणाचार्यप्रोक्त पद्मपुराणे मथुरोपसर्गाभिधान नाम पर्व ॥६०॥ Fol 398a. इत्याचे रविषेणाचार्यप्रोक्ते पद्मपुराणे शत्रुघ्नभवानुकीर्तनं एकनवतिम
पर्व ॥११॥ Fol 40rb. इत्याचे रविषेणाचार्यप्रोक्त पद्मपुराणे मनोरमालंभाभिधान नाम विनव
तिम पर्व ॥६॥ Fol 402b. इत्याचे रविषेणाचार्यप्रोक्त पद्मपुराणे रामलक्ष्मणविभूतिदर्शनीयाभिधानं
नाम चतुर्णवतिम पर्व ॥६४॥ Fol 404a. इत्याचे पद्मचरिते जिनेद्रपूजा+नुदाभिधान नाम पंचनवतिम पर्व ॥६५॥ Fol 406a, इत्यार्षे रविषेणाचार्यप्रोक्त पद्मपुराणे जनचिताभिधान' नाम षण्णवतिम
पर्व ॥६६॥ Fol 410b इत्यार्षे रविषेणाचार्यप्रोक्त पद्मचरिते शीतानिर्वासाभिधान' नाम
सप्तनवतिम पर्व ॥६॥ Fol 413b. इति रविषेणाचार्यप्रोक्त पद्मचरिते सीतासमाश्वासन नाम अष्टनवतिमं
पर्च ॥६॥ Fol 418b. इति रविषेणाचार्यप्रोक्त पद्मचरिते लवणांकुशोद्भवाभिधान नाम शत
संख्यं पर्व ॥१०॥ Fol 420a. इत्यार्षे रविषेणाचार्यप्रोक्त पद्मचरिते लवणांकुशदिविजयकीर्तनं नाम
पर्व ॥१०१॥ Fol 426a. इत्यार्षे लवणांकुशसमेतयुद्धाभिधान नाम पर्व ॥१०२॥
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