________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
चिकित्सा-चन्द्रोदय। (१५) एक कढ़ाहीमें गेंदेकी पंखड़ी काटकर डाल दो। ऊपरसे एक सेर मीठा तेल भी मिला दो और औटाओ। जब पत्तियाँ गल जाय,उतारकर, एक बर्तनमें मसाले समेत तेलको भर दो और मुंह बन्द करके, ज़मीनमें एक मास तक गाड़े रहो। फिर निकालकर बालोंपर मलो । इससे बाल काले हो जायेंगे।
(१६) दो सेर झाऊकी जड़ कूटकर कढ़ाईमें रखो। उसमें दो सेर तिलीका तेल रख दो और चार सेर पानी भर दो। फिर इसे मन्दाग्निसे औटाओ, जब सारा पानी और आधा तेल जल जाय, उतारकर रख लो। इसमेंसे गाढ़ी-गाढ़ी तेल-मिली दवा लेकर सिरमें मलो । थोड़े दिनके मलनेसे ही बाल काले हो जायेंगे और फिर कभी सफेद न होंगे।
(१७ ) सौ मक्खियाँ तिलीके तेलमें डालकर चालीस दिन तक धूपमें रखो । फिर तेलको छानकर रख लो। इस तेलके नित्य लगानेसे बाल सदा काले रहेंगे।
इन्द्रलुप्त या गंजकी चिकित्सा।
निदान-कारण । (O300 मों की जड़में रहनेवाला खून, पित्तके साथ कुपित होकर,
रो रोमोंको गिरा देता है, इसके बाद खूनके साथ कफ रोम0000 कूपोंको रोक देता है, इससे फिर बाल पैदा नहीं होते। इस रोगको “इन्द्रलुप्त, खालित्य और रूज्या" कहते हैं। बोल-चालकी भाषामें “गंज या टाँक" कहते हैं।
स्त्रियोंको गंज रोग क्यों नहीं होता? यह रोग स्त्रियोंको नहीं होता, क्योंकि उनका खून, रजोधर्म
For Private and Personal Use Only